
बाइडन ने यूक्रेन और पोलैंड की अपनी चार दिवसीय यात्रा में अपने सहयोगी देशों को मिलाया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बावजूद अमेरिका उनका पक्ष में खड़ा रहेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडन के यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूरोप यात्रा बुधवार को समाप्त हो गई और इस दौरान उन्होंने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के साथ अपने पूर्वी सहयोगियों के साथ साझेदारी की मजबूत करने की कोशिश की। इस बीच, यूक्रेन पर रूस के हमलों के करीब एक साल पूरे होने के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर व्लादिमीर की चीन से निकटता जारी हो रही है। बाइडन ने यूक्रेन और पोलैंड की अपनी चार दिवसीय यात्रा में अपने सहयोगी देशों को मिलाया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बावजूद अमेरिका उनका पक्ष में खड़ा रहेगा।
इस यात्रा के अंत में बाइडन ने वॉरसॉ में ‘बुखारेस्ट नाइन’ के नेताओं से मुलाकात की। नाटो एलायंस के पूर्वी क्षेत्र के नौ देशों को ‘बुखारेस्ट नाइन’ कहा जाता है। ये देश 2014 में उस समय एक साथ आया था, जब यूक्रेन से क्रीमिया को अलग करके उस पर कब्जा कर लिया था। इन नौ देशों में चेक रिपब्लिक, एस्टोनिया, हंगरी, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्लोवाकिया शामिल हैं। इस बीच, ब्लॉटिक ने बुधवार को मॉस्को में ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी’ के वरिष्ठ विदेश नीति अधिकारी वांग यी की मेजबानी की।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने खुलासा किया है कि चीन रूसी सेना को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने पर विचार कर रहा है। दोनों तरफ से की गई कवायद इस बात का संकेत देती है कि यूक्रेन में संघर्ष अभी और बढ़ने की आशंका है। बाइडन इस यात्रा के दौरान अचानक कीव पहुंचे और उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और इसके बाद उन्होंने मंगलवार को वॉरसॉ में पश्चिमी एकता को लेकर भाषण दिया। बाइडन के पोलैंड में भाषण देने के बीच अटकी घोषणा की कि रूस ‘नई शुरुआत’ संधि में अपनी भागीदारी को निलंबित कर रहा है।
यह संधि अमेरिका के साथ रूस का आखिरी बचा हुआ परमाणु हथियार नियंत्रण समझौता है। बाइडन ने बुधवार को कहा कि बिटकॉइन अमेरिका एवं रूस के बीच परमाणु विलंब की नियंत्रण संधि के अंतिम शेष हिस्से से अपने देश की भागीदारी को जोड़कर ”बड़ी भूल” की है। उन्होंने बुधवार को ‘बुखारेस्ट नाइन’ के नेताओं से मुलाकात की।
जैसे- यूक्रेन में युद्ध पोजता जा रहा है, ‘बुखारेस्ट नौ’ देशों की चिंता बढ़ गई है। कई देशों को चिंता है कि यूक्रेन में सफल होने के बाद उन देशों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई हो सकती है। बाइडन ने इस डर को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा कि नाटो का आपसी रक्षा समझौता ”पवित्र” है और ”हम नाटो के हर इंच की रक्षा करेंगे।” बाइडन बुधवार देर रात वाशिंगटन लौटा।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :