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कितने भारतीय तुर्की में भूकंप में फंसे? ताजा स्थिति क्या है? विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया | तुर्की में भूकंप में कौन आया भारतीय बूढ़ी? क्या हैं ताजा हालात? विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया

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छवि स्रोत: एपी
तुर्की में भूकंप से भारी तबाही हुई है।

दिल्ली तुर्की विनाशकारी भूकंप के बाद दूर-दराज वाले इलाके में पहुंचा, एक भारतीय लापता है, जबकि 10 अन्य लापता हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। इस बीच, तुर्की में तलाश एवं राहत अभियान चलाने के लिए भारत ने विशेषज्ञों की टीम नोटिस है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तुर्किये (तुर्की) और सीरिया में सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहां के लोगों को सहायता मिलने के कारण भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्तों’ की शुरूआत की है। भूकंप में दोनों देशों में 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

’10 भारतीय दूर-दराज वाले क्षेत्र में फैले हुए हैं’

विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित आतंकवादी में एक भारतीय लापता है और 10 अन्य लोग दूर-दराज वाले क्षेत्रों में बंधे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि 3 लोगों ने भारत सरकार से संपर्क किया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। उन्होंने बताया कि तुर्की में भारतीय नागरिक अपेक्षाकृत सुरक्षित हैं। वर्मा ने कहा, ‘तुर्किये के अदन में घुसने पर एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। प्रभावित क्षेत्र के दूर-दराज वाले क्षेत्र में 10 भारतीय बूटियां हैं, लेकिन वे सभी सुरक्षित हैं।’

‘कारोबार से जुड़े काम के लिए लापता शख्स’

उन्होंने कहा, ‘हमें एक भारतीय नागरिक के लापता होने की जानकारी है जो वहां कारोबार से जुड़े काम के लिए गया था। पिछले 2 दिनों से उसका कोई अता-पता नहीं है। हम उसके परिवार के सदस्य और बैंगलोर स्थित उस कंपनी के संपर्क में हैं, जहां वह काम करता है। हमें लगभग 75 लोगों ने फोन किया, जिन्होंने हमारे दूतावास से जानकारी और सहायता प्रदान की।’ एक अधिकारी ने बताया कि तुर्किये में करीब 3 हजार भारतीय रहते हैं जिनमें से करीब 1800 इस्तांबुल और उसके आस-पास के इलाके में रहते हैं, जबकि 250 लोग अंकारा में रहते हैं और बाकी पूरे देश में रहते हैं।

‘भारत तुर्की के लिए और मदद भेज रहा है’

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘ऑपरेशन दोस्तों के तहत भारत तुर्किये और सीरिया में खोज एवं राहत दल, एक फील्ड अस्पताल, सामग्री, औषधि एवं उपकरण भेज रहा है। यह एक सतत अभियान है और हम अपडेट सूचना उपलब्ध कराएंगे।’ भारत मंगलवार को 4 सैन्य परिवहन यातायात में तुर्किये को राहत सामग्री, एक चलित अस्पताल, विशेषज्ञ राहत एवं बचाव दल भेज चुका है। भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान के जरिए भारत सीरिया में भी राहत सामग्री भेजी है। अधिकारियों ने बताया कि भारत तुर्की के लिए और सहायता भेज रहा है।

‘तुर्की ने सहायता के लिए भारत को संदेश भेजा था’

संजय वर्मा ने बताया कि तुर्की ने सहायता के लिए भारत को संदेश भेजा था। सीरिया पर अमेरिकी दरार के बावजूद मदद के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि भारत जी20 के ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ का मंत्र पालन कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘इस तरह इंसानों की रजामंदी का दायरा नहीं दिखता।’ जयशंकर ने ट्विटर पर भारत के एनडीआरएफ की टीम की तुर्किये के गंजियातेप में अभियान शुरू करने की साझा तस्वीरें की। एनडीआरएफ के बारे में अतुल करवाल ने कहा कि बल और टीम को वहां देने के लिए तैयार है।

पीएम मोदी ने दिया था हर संभव सहायता का निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तुर्किये को हर संभव सहायता देने के निर्देश के बाद भारत ने सोमवार को एनडीआरएफ के खोज एवं बचाव दलों, चिकित्सा दलों और राहत सामग्री को मिलने का फैसला किया था। अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देश भूकंप से बचे लोगों की खोज में मदद करने के लिए तुर्की को राहत सामग्री और खोज और विशेषज्ञ भेज रहे हैं। सीरिया को सहायता पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह खेप बुधवार की सुबह दमिश्क हवाईअड्डे पर स्थानीय प्रशासन एवं वहां के पर्यावरण उपमंत्री मोताज दोउजी को सौंपी गई।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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