चंडीगढ़। पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में सिख पंजीकरण की रिलीज की मांग को लेकर बुधवार को जोरदार जोर हुआ। इस राजधानी के दौरान चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पुलिस के साथ उनकी झड़पें हो गईं। इस दौरान जमकर पथराव हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पत्थर द्वारा घसीटे जाने के बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। हालांकि इसके विरोध में प्रदर्शन और उग्र हो गए और डंडे लेकर पुलिस पर हमला कर दिया। इस दौरान दृष्टिकोणों ने पुलिस की दृष्टि में भी देखा।
चौकन्ना के हमलों में 13 घायल हो गए
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस के आला अधिकारी वन्यजीवों पर पहुंच गए। इस हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद कुछ फाइलों को हिरासत में लिया गया है और चंडीगढ़ में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस प्राप्त जानकारी के अनुसार, दाग के हमलों में 13 प्रदूषण घायल हुए हैं, जिनमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं। घायल पुलिस को इलाज के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित अस्पताल में भर्ती जांच की गई है।
लाठी-डंडों और तलवार से पुलिस पर हमला
चंडीगढ़ के डीजीपी ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा, ‘कई डेक के पास लाठी-डंडे, रॉड और तलवार थे. इन दस्तावेजों को रोका गया तो उन्होंने पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया। कई घायल हैं। कुछ प्रदर्शनकारी घोड़े पर सवार होकर आए जिनमें से कुछ निहंगों के दल भी थे। उनके पास भी तलवारें थीं, किसी ने बुलेटिन पर हमला किया, जिसमें कुछ नई बुलेटिनों को गंभीर चोटें आई हैं।’
कार्यक्षेत्र की क्या मांग थी
बता दें कि चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर के वाई पीएस चौक पर कमी इंसाफ मोर्चा के बैनर पर पिछले 33 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है। इन दागों की मुख्य रूप से चार मांगे हैं, जिनमें 9 बंधे सिख की रिलीज, 328 गुरु ग्रंथ साहिब के संदर्भ में लापता होने पर इंसाफ, बेअदबी की घटनाओं में इंसाफ और सख्त कानून बनाने की मांग शामिल है।
इस मोर्चों की ओर से पिछले 3 दिनों से एक जत्था रोजगार आवास की ओर प्रस्थान कर रहा है, जिसकी मांग जगतार सिंह हवारा (जो दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद है) को उत्पादन वारंट आने की है। इस मोर्चे से 31 जनवरी को जत्था सोमवार को, वहीं मंगलवार को 40 कार्यकारी मुख्यमंत्री आवास के लिए जा रहे थे। हालांकि दोनों ही दिन चंडीगढ़-मोहाली की चौखट पर 43 सेक्टर के पास सड़क पर बैरीकेडिंग रोक कर उन्हें रोक दिया गया। इस बीच बुधवार को भी पुलिस ने घुसने को रोकने की कोशिश की, लेकिन इस बार उठकर उग्र हो गए और पुलिस ने जांच पर धावा बोल दिया।
एसजीपीसी ने आप पर सरकार पर बड़ा बवाल का आरोप लगाया है
वहीं इस बवाल को लेकर प्रत्याशियों ने सीएम भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार पर आरोप लगाए हैं. शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की चिट्ठी गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘केजरीवाल मानसिक तौर पर सिखों के खिलाफ हैं। बंद सिखों की रिहाई के लिए लोग विरोध कर रहे हैं, आज पुलिस ने वाटर कैनन और लाठी चार्ज किया, हम इसका विरोध कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘प्रशासन का व्यवहार गलत था। आज की घटनाओं के लिए प्रशासन जिम्मेवार है। हम शांत कैसे से प्रदर्शन करते हैं, लेकिन प्रशासन हमारे धरातल को नुकसान पहुंचाना चाहता है। पुलिस करवाई के कारण हमारे लोग घायल हुए, कई सिखों के दस्तार उतरे। हमारे लोगों में से कुछ ने मीडिया पर्यवेक्षकों से बदले की, उसे हमें दुख होता है।’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा जत्था कल भी जाएगा, लेकिन अगर पुलिस रोकेगी तो हम उसी वक्त बैठ जाएंगे। सरकार की मंशा सिखों के मामले हल करने की नहीं है, इसलिए आज की घटना हुई।
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पहले प्रकाशित : 08 फरवरी, 2023, 21:38 IST