![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2023/02/d5a96544004a814e44731b341de3eee41675866116279367_original.jpg?fit=720%2C540&ssl=1)
दिल्ली में प्रेतवाधित स्थान: दिल्ली में कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जहां लोग देश-विदेश से परिवार के साथ घूमते हैं और आनंद लेते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी स्थान हैं, जहां जाने से लोग बचते हैं और कतराते हैं। उन जगहों के अनुभव भले ही अलग-अलग हों, लेकिन वजह एक जैसे हैं। खासकर इन जगहों को लेकर लोगों का अनुभव डरावना है। यही कारण है कि इन जगहों को भूतिया माना जाता है। आइए दिल्ली की 10 भूतिया जगहों के बारे में हम आपको विवरण देते हैं, जहां आप अपने जीवन में कुछ भयानक अनुभव कर सकते हैं।
दिल्ली कैंट (दिल्ली कैंट)
दिल्ली कैंट को दिल्ली की सबसे डरावनी जगहों में रिलायंस है। लोगों का कहना है कि यहां सफेद अधिकार में एक महिला दिखती है, जो बार-बार लिफ्ट मांगती है। यही नहीं लिफ्ट देने पर गाड़ी के पीछे दौड़ता है।
संजय वन (संजय वन)
दिल्ली के संजय वन में भी लोगों का भयानक अनुभव हो रहा है। लोगों का कहना है कि सफेद कपड़ों में बूढ़ी और दिखती है। रात के समय यहां पर ऐसा महसूस होता है कि किसी ने आपको झटका दे दिया। इसके साथ-साथ गर्मी में भी कोहरा और धुंधला दिखने जैसा अजीबोगरीब हरकतें होती हैं।
खूनी दरवाजा (खूनी दरवाजा)
दिल्ली में स्थित सड़क के अंधेरों के बारे में लोग कहते हैं कि यहां चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं. कहा जाता है कि तीन राजकुमारों की यहां बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई थी।
लोथियन कब्रिस्तान (लोथियन कब्रिस्तान)
लोथियन सेमेट्री का नाम भी दिल्ली के भूतिया स्थानों में शामिल है। कहा जाता है कि यहां कई लोगों ने भूत देखने का दावा किया है। यहां आने वाले लोगों को बार-बार भूतिया हंसी और रोने की आवाजें सुनाई देती हैं। कब्रिस्तान होने की वजह से लोगों को यह जगह और डरावनी घटनाएं होती हैं।
ग्रेटर कैलाश हाउस नंबर W- 3 (ग्रेटर कैलाश हाउस नंबर W-3)
ग्रेटर कैलाश में स्थित इस घर में एक बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या कर दी गई थी। कहा जाता है कि उनकी आत्मा ने इस घर को कभी नहीं छोड़ा। लोगों का कहना है कि उन्हें घर में लटके हुए अनछुई उपस्थिति का अनुभव हुआ। वहीं घर से रोना, फुसफुसाने और हंसी की आवाजें भी सुनाई देती हैं।
फिरोज शाह कोटला किला (फिरोज शाह कोटला किला)
ऐसा कहा जाता है कि फिरोज शाह कोटला किले में कई जिन्न रहते हैं। रात के समय या छत्र के बाद इस किले के पास कोई भी नहीं जाता। यहां हर गुरुवार लोग जिन्न को खुश करने के लिए मोबत्तियां, अगरबत्ती और प्रसाद चढ़ाने के लिए आते हैं।
भूली भटियारी का महल (भूली भटियारी का महल)
भूली भटियारी के महल में अँधेरा होने के बाद लोग जाने से बचते हैं। कुछ लोगों का दावा है कि यहां से रोने की आवाजें आती हैं। साथ ही फड़फड़ाते पक्षी और भिनभिनाते रात के कीड़े भी गणपति बनते हैं। सूरज पर्दे के बाद लोगों को यहां एंट्री से रोकने के लिए प्रतिबंधित भी बनाए रखते हैं।
जमाली कमाली मकबरा (जमाली कमाली मकबरा)
लोगों का कहना है कि यहां जानवरों के चिल्लाने की आवाजें आती हैं। साथ ही ऐसा लगता है कि जैसे कोई उन्हें बुला रहा हो। कुछ लोग बगल से ठंडी हवाएँ भी महसूस करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां भी जिन्न हैं।
द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन (द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन)
द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन पर एक बड़ा पेड़ है। कहा जाता है कि यहां एक महिला की आत्मा है, जो किसी भी दिन कभी-कभी किसी भी समय सामने दिखने लगती है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें यहां खेती करने का भी अनुभव हुआ है। ऐसा नहीं कहा जाता है कि इस भूत को देखते ही बाइक और कार के किसी कारण से दुर्घटना होने की घटना भी पुरानी हो जाती है। वहीं कुछ लोगों को कहना है कि उनकी गाड़ी के आगे एक और आ जाता है, जो तेज गति से आगे-आगे स्थिति के बाद गुम हो जाता है।
चोर मीनार (चोर मीनार)
हौज खास गांव में स्थित चोर मीनार की ऊपरी दीवारों में छेद हैं। इसके बारे में कहा जाता है कि इसे बनाया गया था। ऐसा माना जाता है कि इन छेदों में चोरों के सिर थे, जिन्हें अलाउद्दीन खिलजी के शासन के दौरान सजा दी गई थी। लोगों को लगता है कि ये चोरों की आत्माएं रात में इलाके में रहती हैं।
ये भी पढ़ें- दिल्ली गर्ल रेप: टीचर ने आठ साल की बच्ची को बनाया हवस का शिकार, पुलिस कर रही बाजी की तलाश
- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
ख़बरों को लेकर शिकायत, सुझाव एवं विज्ञापन के लिए यहाँ क्लिक करें
![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2025/01/Republic-Day.jpg?fit=2251%2C2304&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2025/01/1.gif?fit=532%2C808&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2025/01/2.gif?fit=521%2C392&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2025/01/3.gif?fit=1060%2C380&ssl=1)
![](https://i0.wp.com/una.news/wp-content/uploads/2025/01/4.gif?fit=734%2C453&ssl=1)