राजस्थान चुनाव 2023: राजस्थान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ.सतीश पूनियां एक दिन का दौरा भरतपुर पहुंचे। भरतपुर पहुंच पर बीजेपी के अकाउंटिंग और अधिकारियों ने डॉ. सतीश पूनियों की फूल माला से स्वागत किया।
बीजेपी के लिए पार्टी की उम्मीदें और दृष्टिकोण मजबूत हैं
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में पूर्वी राजस्थान में बीजेपी की हार को लेकर उन्होंने कहा कि हमने 2018 के चुनाव से कुछ सब कुछ भी लिया है। संगठन को धरातल तक और ज्यादा मुखर किया है। पहले यह क्षेत्र हमारे लिए काफी अच्छा रहा है, दिसंबर के चुनाव में भी हमें अच्छी सफलता मिली है। उससे पहले के विधानसभा चुनाव से यहां बहुत अधिक हैं। हम उन संभावनाओं को और ज्यादा करने के लिए लगातार दौरे और प्रवास कर रहे हैं। यहां के उम्मीदवार का मनोबल,आत्मविश्वास को देखते हुए की संभावनाओं और बूथ स्तर पर पार्टी मजबूत है, वास्तविक राजनीतिक स्तर बढ़ाने में काफी सहयोग मिलेगा।
कांग्रेस के खिलाफ माहौल नहीं है
डॉ. सतीश पूनियों ने कहा कि राजस्थान में सत्ता परिवर्तन का एक कारण परशेपसन है। जनधारणा है जिसके कारण 90 के दशक से एक धारणा बनी है कि एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस, दूसरा एक एंटीइनकंबेंसी (एंटी-इनकंबेंसी) है जो सामान्य तौर पर राज्यों के खिलाफ एक माहौल होता है। इस बार कांग्रेस के खिलाफ माहौल ही नहीं है कांग्रेस के खिलाफ लंपट है। कर्जा मजाक को लेकर यहां का किसान प्रभावित है। यहां हजारों किसानों की जमीन नीलाम हुई है। यहां पूर्वी राजस्थान में नौकरी और पेपर लीक का मामला है, यहां के बच्चे प्रभावित हैं। यहां की कानून व्यवस्था सबसे ज्यादा बिगड़ी है। चाहे भरतपुर हो या अन्य जगह भी। जिस तरह से माफिया के हाथ में कानून व्यवस्था आई है, करप्शन का स्तर भी चरम पर है। इसी पर कुछ मुख्य मुद्दे जिससे जनमानस सरकार के खिलाफ है।
राजस्थान में दो तिहाई से भी ज्यादा चिंता पर जीत हासिल होगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाम ही चुनाव में काफी है। उन्होंने जो राजनीति और दाखिल शुरू की, उसका प्रभाव राजस्थान के जनमानस पर है। पूर्वी राजस्थान के लोग भी हैं। नया बजट जो आया है, उससे और ज्यादा लोगों की पार्टी के प्रति और पीएम मोदी के प्रति लोगों को आकर्षित किया है। हमने संगठन को इस तरह से तैयार किया है जो राजनीतिक परिणाम दे सके। हमें टिकट वितरण लेकर व चुनाव के अभियान को गुजरात चुनाव से बहुत कुछ सीखने को मिला है। कुछ चीजों को अलग-अलग जगह से सीखने को मिला है। केंद्र का भी सहयोग मिलेगा। उस आधार पर भौगोलिक रूप से पूर्वी राजस्थान ही नहीं पूरे राजस्थान में दो दशकों से भी जायदा क्षेत्र पर विजय प्राप्त करेगा।
उनसे पूछा गया कि अशोक गहलोत 156 क्षेत्र पर जीत की बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सियासी हैं, बयानबाजी के अलावा धरातल पर कुछ नहीं होता है। अनजान के नेतृत्व में जब चुनाव हुए तब तब कांग्रेस पार्टी की हठधर्मिता हुई है। पहले 156 सीट से 56 पर आए थे और 99 सीट से 21 पर आए थे। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी कैसी दुर्दशा हो रही है।
19 सीट ऐसी जिस पर कभी नहीं जीते
डॉ. सतीश पूनियां का कहना है कि हमने कोशिश की है कि 19 टिकट ऐसी हैं जो हम कभी नहीं जीते हैं, 48 सीटें ऐसी हैं जहां एक बार लाइव होती हैं, ऐसे सभी प्रकार पर बीजेपी का फोकस है। जहां राजनीतिक रूप से परिणाम नहीं आए, उसके लिए जो रणनीति होगी, उसका समय आने पर ही पता चलेगा। कोशिश यही है कि जहां कमजोर होते हैं वहां अच्छे परिणाम लेकर आते हैं।
एससीसीपी को लेकर क्या कहा
डॉ. सतीश पूनियां ने अलग-अलग सीपी योजना को लेकर कहा कि इस योजना को बीजेपी ही लेकर आई थी। कांग्रेस पार्टी ने 60 साल की सत्ता में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अलावा प्रदेश को कोई दूसरी योजना नहीं दी। चार साल बाद अशोक गहलोत इसमें राजनीति करते हैं, बयान देते हैं, वो सिर्फ सियासत करते हैं। परिणाम देने का काम नहीं करते हैं।
कांग्रेस पार्टी की आपसी लड़ाई पर कहा
अशोक गहलोत और सचिन पायलट की कुर्सी की लड़ाई पर कहा कि कांग्रेस की आपसी लड़ाई के कारण, उनकी कमजोरी के कारण सत्ता में आएंगे, ऐसा नहीं है। हम अपनी ब्रीडियों के कारण आ रहे हैं। उन्ही के मंत्री कह रहे हैं कि हम हर रोज फोर्चनर की सवारी जीत कर चार धामों में चढ़ते हुए पहुंचेंगे। उनका अपना आभास हो गया है। जैसे किसी बुजुर्ग को आभास हो जाता है कि अब मेरा आखिरी समय आ गया है, मुझे गंगा जल दे दो, कांग्रेस की स्थिति भी लगभग वैसी ही है। अशोक गहलोत रिपीट की बात करते हैं, मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी स्थायी रूप से डिलीट हो जाएगी।
कद्दावर नेता बीजेपी से जुड़े हुए हैं
डॉ, सतीश पूनियां ने कहा कि कभी एडमिशन की पार्टी होती थी, आज हम आम लोगों की पार्टी हैं। अलग-अलग खाते पर अलग-अलग लोग जुड़ते हैं। हमने उनका स्वागत किया। बहुत सारे लोग पार्टी में आए, उन्होंने भी पार्टी को आगे बढ़ाने में सहयोग किया। जो लोग भी आते हैं, यह भी सही है कि पार्टी में बहुत अच्छे कद्दावर लोग पार्टी से कनेक्शन वाले हैं।
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