लेटेस्ट न्यूज़

पीएम मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री पर विदेश मंत्रालय ने कहा, यह एक लुकोगेंडा पीस, इसकी कोई वस्तुनिष्ठता नहीं है

एमईए स्पॉक्स

एएनआई

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुछ भी हो, यह फिल्म या डॉक्यूमेंट्री उस एजेंसी और व्यक्तियों पर एक प्रतिबिंब है जो इस कहानी को फिर से फैला रहे हैं। यह हमें इस कवायद के उद्देश्य से है और इसके पीछे के एजेंडे के बारे में सोचने पर मजबूर करता है। जाहिर तौर पर, हम इस तरह के प्रयासों को प्रतिष्ठित नहीं करना चाहते।

गुजरात डैमेज को लेकर बीबीसी ने इसकी ओर से एक डॉक्यूमेंट्री तैयार की थी। इस दस्तावेज़ को लेकर अब विदेश मंत्रालय ने बड़ा बयान दिया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस दस्तावेजी के माध्यम से भारत के खिलाफ एक विशेष दोषी का दुष्प्रचार करने की कोशिश की गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने स्पष्ट रूप से कहा कि इसमें शामिल लोग और संगठन एक विशेष दुर्घटना की सोच रखते हैं। इस दस्तावेज़ में कटई तथ्य और तटस्थता नहीं है। यह समझौतावादी से संचालित है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यह एक रेंकंडा पीस है। इसकी कोई वस्तुनिष्ठता नहीं है, यह अंशपूर्ण है। ध्यान दें कि इसे भारत में चित्रित नहीं किया गया है।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुछ भी हो, यह फिल्म या डॉक्यूमेंट्री उस एजेंसी और व्यक्तियों पर एक प्रतिबिंब है जो इस कहानी को फिर से फैला रहे हैं। यह हमें इस कवायद के उद्देश्य से है और इसके पीछे के एजेंडे के बारे में सोचने पर मजबूर करता है। जाहिर तौर पर, हम इस तरह के प्रयासों को प्रतिष्ठित नहीं करना चाहते। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि हमें पता है कि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में कुछ मंदिरों को तोड़ा गया है। हम इसकी कड़ी की निंदा करते हैं। इसके नेताओं ने ऑस्ट्रेलियाई, समुदाय के नेताओं और वहां के धार्मिक संगठनों द्वारा भी सार्वजनिक रूप से निंदा की है।

बागची ने कहा कि मेलबर्न में हमारे महावाणिज्य दूतावास ने मामले को स्थानीय पुलिस द्वारा उठाया है। पहले अपराधियों की प्रारंभिक जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों का अनुरोध किया जाता है। यह मामला ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ भी उठाया गया है और हम इसके लिए तैयार हैं। एक साक्षात्कार में भारत पर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की विजन टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने कहा है कि हम हमेशा पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी के समान संबंध चाहते हैं। लेकिन ऐसा अनुकूल माहौल होना चाहिए जिसमें आतंक, दुश्मनी या हिंसा न हो। यह हमारी स्थिति बनी हुई है।

अन्य समाचार

Show More

Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
Back to top button

You cannot copy content of this page