
बी.आई
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय रेलवे के एक अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) और नोटिस, उल्लेख पत्र, रिश्वत देने वाले आदि सात सहित भ्रामक को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए फिक्स में से की पहचान रेलवे अधिकारी जितेंद्र पाल सिंह के रूप में हुआ है। सिंह 1997 शटर के रेलवे इंजीनियर हैं और वर्तमान में एडीआरएम के रूप में गुवाहाटी में काम कर रहे हैं।
बता दें कि सीबीआई ने एक अतिरिक्त मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम), गुवाहाटी और चार्टर्स आदि सहित अन्य निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कंप्लेंट में कहा गया था कि एक्सप्रेस ने दांव लगाने वालों को निजी रेटिंग्स देने से खुशी मिलेगी। इसके साथ ही आरोप लगाए गए कि एडीआरएम, गुवाहाटी के मुख्य अभियन्ता, निर्माण, न्यू जलपाईगुड़ी, उसी रे के पद पर होने के दौरान विभिन्न निगमों से अनावश्यक लाभ की मांग करने और स्वीकार करने के आरोप लगाए गए थे। ऐसा भी आरोप था कि दिल्ली में एक नंबर दिल्ली में एक वेरिएबल पैकेज से आपके द्वारा पेश किए गए एडी के माध्यम से, दलाली को रिश्वत के पैसे भेज रहा था।
सीबीआई ने फिर से रुपये
इसके बाद सीबीआई ने जालया और एडीआर्म, गुवाहाटी के बारे में बताया। रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। उक्त एडीआरएम की ओर से 50 लाख रुपये उद्धृत चैनल के माध्यम से वितरित किए गए। एडीआरएम ने कहा कि निजी लोगों को भी पकड़ा गया है।
गिरफ्तार अभियुक्त के नाम –
1. जितेंद्र पाल सिंह
2. श्यामल कुमार देब
3. हरि ओम
4. योगेंद्र कुमार सिंह
5. पूवर खान
6. विनोद कुमार सिंघल
7. संजीत रे
इसके साथ ही दिल्ली, नरौरा, गुवाहाटी, सिलीगुड़ी और अलीगढ़ सहित विभिन्न स्थानों पर एडीआरएम और अन्य के परिसरों में गली ली गई, जिसमें लगभग 47 लाख रुपये नकद, लैपटॉप और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार सभी को आज अदालत के विशेष पेश किया जाएगा।



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