दक्षिण अमेरिकी देश पेरू का राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। पेरू में सरकार का जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन जारी है। सोमवार को सुरक्षाबलों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई। पेरू के हालात इतने खराब हो गए हैं कि सरकार ने सड़कों पर हिंसा शुरू कर दी है, जिसके एक दिन बाद मंगलवार को मुआवजे का फैसला किया है।
सरकार के आदेश के अनुसार, प्रासंगिक स्थानीय समय के अनुसार रात 8:00 से सुबह 4:00 बजे तक (0100 से 0900 GMT) तक लागू रहेगा। सिगरेट लगाने का आदेश दक्षिणी पेरू के पुनो क्षेत्र में दिया गया है। प्रधान मंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने बताया कि अगले तीन दिनों तक हज़ारी लगाने का आदेश दिया गया है।
पेरू के पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो का राज्य में विवाह के विरोध में जारी प्रदर्शन में एक महीने में 40 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें सोमवार रात 18 लोग भी शामिल हैं। कंट्री के ह्यूमन राइट्स ऑफिस ने बताया कि सोमवार 09 जनवरी को विरोध प्रदर्शन अब तक का सबसे घातक दिन था। यह विरोध जल्द चुनाव और जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो की मांग को लेकर जारी है।
इस हिंसक झड़पों में 68 लोग घायल भी हुए हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी हेनरी रेबाजा के अनुसार, हाल ही में दक्षिण पेरू के पुनो क्षेत्र में टिटिकाका झील के किनारे के शहर जुलियाका में झड़पें हुईं। इस झड़प में 68 लोग घायल हो गए। मंत्रालय के मुताबिक डेड में कम से कम दो किशोर भी शामिल हैं। पुनो क्षेत्र जो बोलिविया की सीमा से लगा है, जो कैस्टिलो बंधुओं के नेतृत्व में विरोध आंदोलन का केंद्र बन गया है।
पेरू में हिंसक प्रदर्शन
17 लोग और एक पुलिस अधिकारी की मौत
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि रातभर पॉकेट ने एरिया की दुकानों में लूटपाट की और पुलिस गंभीर पर भी हमला किया। साथ ही शटर की ओर से जूलियाका शहर स्थित हवाईअड्डे पर धावा बोलने की कोशिश में अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई। जूलियाका अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक, 14 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से कई को गोली लगी थी। जूलियाका में एक शॉपिंग सेंटर में तीन और लोगों की मौत हो गई, जबकि अंतिम ज्ञात पीड़ित एक पुलिस अधिकारी था, जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसके वाहन में आग लगने के बाद उसकी मौत हो गई। वहीं, सरकार ने जूलियाका को सुरक्षा बलों की कार्रवाई से बचाया है।
आरोपित है कि पेरू में विरोध प्रदर्शन एक महीने पहले शुरू हुए थे, जब रिश्वत की जांच का सामना कर रहे कैस्टिलो को कार्यालय से लौटने के लिए मजबूर किया गया था। इसके बाद से पुनो और जूलियाका शहरों में तनाव बढ़ गया। नामांकन ने देश की 25 मुख्य जगहों से छह में सड़क जाम कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि 53 अलग-अलग सड़कें ब्लॉक हैं।