तस्वीर सालों के पहले दिन से ही एक्शन के मूड में नजर आ रही है। आज यानी कि 1 जनवरी को बीसीसीआई की समीक्षा संपादित की गई थी। इस फ़ॉर्मेट में भारतीय क्रिकेट टीम की टी20 वर्ल्ड में परफ़ॉर्मेंस पर चर्चा होने वाली थी। वहीं इस कार्य में कुछ बड़े निर्धारण निर्धारण की भी तैयारी कर रही थी। इस फर्जी से एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
यो-यो टेस्ट की हुई वापसी
एक्सपोजर की समीक्षा से एक बड़ा अपडेट मिला है कि खिलाड़ियों को अब फिर से टीम में सेलेक्ट होने के लिए यो-यो टेस्ट पास करना होगा। अगर खिलाड़ी टेस्ट में फेल होते हैं तो उनका चयन नहीं हो सकता। यो-यो टेस्ट एक फिटनेस टेस्ट जिसमें खिलाड़ियों की फिटनेस और स्टेमिना की जांच की जाती है। यह टेस्ट पूरी तरह से टेक्नोलॉजी की मदद से लिया जाता है। इस टेस्ट में 20 मीटर पर एक शंकु लगाया जाता है जिसमें खिलाड़ियों की दौड़ना होता है।
वर्कर में प्लेयर्स पर रखी जाएगी नजर
जेपीसी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, ”उभरते खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चयन के योग्य होने के लिए पर्याप्त घरेलू निर्णय निर्णय होगा। यो-यो टेस्ट और डेक्स अब चयन मानदंडों का हिस्सा होगा और खिलाड़ियों के केंद्रीय पूल के लिए अनुकूलित सड़क जुड़ाव लागू होंगे। पुरुषों के एफ़टीपी और आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 की तैयारियों पर ध्यान देते हुए, एनसीए चकबंदी के साथ मिलकर 2023 में भाग लेने वाले लक्षित खिलाड़ियों की निगरानी करेंगे।
जाली में मौजूद थे रोहित-द्रविड़
बैठक में अध्यक्ष श्री रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने भाग लिया। वहीं चेतन शर्मा भी मीटिंग का हिस्सा थे। बैठक के दौरान आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के रोड के साथ-साथ खिलाड़ियों के जुड़ाव, कार्यभार प्रबंधन और फिटनेस के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।