आप की अदालत के महापुरूष: इंडिया टीवी का सबसे चर्चित शो ‘आपकी’ अदालत देश का बहुचर्चित शो है। पिछले कई सालों में अब तक 190 से भी बहुत ज्यादा नामी हस्तियां शो में आ चुकी हैं और इंडिया टीवी के बारे में ऐसे दस्तावेज़ एवं-इन-चीफ रजत शर्मा केतीखे सवालों का जवाब दे चुके हैं, जिन्हें आपने देखा या सुने होगें। हालांकि शो से जुड़े कुछ ऐसे किस्से और यादें भी हैं जिनके बारे में सिर्फ रजत शर्मा जानते हैं। इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम ‘आप की अदालत के महापुरूष’ में भी कुछ रोचक किस्सों को रजत शर्मा ने साझा किया है।
अरूण जेटली से पूछे गए थे तीखे सवाल
अरूण जेटली से जुड़े किस्से शेयर करते हुए रजत शर्मा ने कहा कि लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं कि आपके और अरूण जी आपके दोस्त हैं और 45 साल की आपकी दोस्ती है और उनसे सवाल पूछते हैं… इस पर एक वाकया सुनाते हुए रजत शर्मा ने कहा कि अरुण जी मेरे दोस्त, मेरे भाई, मेरे अजीज, मेरे सब कुछ थे। उन्होंने आगे कहा कि उस समय अरूण जी आप की अदालत में आए तो कई सवाल किए गए। उन्होंने सभी सवालों के जवाब दिए। नार्मली वोकुलेशन करके या प्लॉट कर रहे थे, लेकिन उस दिन उनका काफी बिजी शेड्यूल था तो वे चले गए। जाहिर सी बात है कि अरूण जेटली ही मिनिस्टर थे जब नोटबंदी का सवाल आया तो अरूण जी ने सवाल के जवाब दिए। कुछ देर बाद सीज़न जी आए और कहा कि यू आर वेरी अफेयर टू स्नो तो मैनें काही अफेयर का मतलब! हो रही है, तो मैंने कहा कि ऐसा नहीं है कि कार्यक्रम वैसा ही होना चाहिए। लेकिन जब कार्यक्रम का प्रसारण हुआ तो देश के दो बड़े लोगों के लिए मुझे कॉल आया। एक ने कहा कि कम से कम दोस्तों को छोड़ दें। फिर एक जानने वाले ने कहा कि ये आपने ठीक नहीं किया।
रजत शर्मा लगा फिर आगे कहते हैं कि फिर शायद मैंने कुछ गलत कर दिया है। मेरी आंखों में आंसू आ गए कि मैंने अरूण जी के साथ कुछ अन्याय किया है। फिर मैंने सोचा कि मुझे उनके पास सॉरी बोलना चाहिए। मैंने उन्हें फोन किया तो उन्होंने कहा कि मैं ऑफिस में हूं, तो मैंने कहा कि मैं कुछ बात करता हूं तो वे कहते हैं कि मुश्किल दिन क्या जरूरी है? तो मैंने कहा हां कुछ जरूरी है तो वे बोले अच्छा आ जाओ। फिर मैं गया तो उनका कोई जाली जाल चल रहा था। फिर थोड़ी देर बाद वो आए और बोले-कहो क्या बात है तो मैंने कहा मैं शिकायत कर रहा हूं। तो वे बोले क्या फिर मैंने कहा कि वो आप की अदालत में मैं आपके साथ हार गया था तो उन्होंने कहा था? तो रजत बोले शर्मा हैं।
“उन लोगों को सहानुभूति होना”
रजत शर्मा आगे कहते हैं कि अरूण जी बोले कि आपने जो कहा तो मैंने कहा कि हां हमारे जानने वाले ने कहा कि मैंने आपके साथ ठीक नहीं किया। तो अरूण जी बोले कि हम कोई कुश्ती लड़ रहे थे क्या तुम्हारा काम करता है सवाल हमारा काम है जबाव देना। फिर रजत शर्मा ने आगे कहा कि अरूण जी ने कहा कि जिन्होंने कहा नाम बताओ तो मैंने कहा नहीं। फिर मैंने कहा कि मैं जा रहा हूं तो अरूण जी बोले रूको पंडित जी मैंने भी प्रोग्राम में ईश्वर ठोका था। उन्हें लोगों को सहानुभूति होना चाहिए। मैंने भी तुमको कहा था कि तुम काला धन लेने वालों के साथ रुको।