जम्मू कश्मीर में जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस झूठ (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि बुधवार को एक सिरे से पकड़े गए हथियारबंद निशाने को ले जा रहे थे ट्रक की नंबर प्लेट फर्जी थी। उन्होंने कहा कि ट्रक के इंजन और चेसिस नंबर के साथ भी छेड़छाड़ की गई थी। भूसे से जमीन ट्रक को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिधारा तवी पुल के पास जांच चौकी पर आज सुबह रोक दिया गया था। ट्रक का जा रहा था। जम्मू पुलिस प्रमुख ने कहा, ट्रक की नंबर प्लेट फर्जी पाई गई है। इंजन और नंबर से भी छेड़छाड़ की जाती है और इस संबंध में फोरेंसिक टीम की मदद ली जाएगी।’
घटनास्थल से सात एके-47 राइफल, एक एम4 राइफल, तीन पिस्तौल और 14 ग्रेनेड सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-डायनेटाइट बरामद किया गया है। संदिग्ध की पहचान और उनके किस समूह से संबंध है, इसकी जानकारी नहीं मिल सकती है। एडिजीपी ने कहा, ‘कोहरे और पहचान का खुलासा करने वाले ट्रक चालकों ने विशेष रूप से रेटिंग की। उसे पकड़ने और ट्रक मालिक की पहचान करने का भी प्रयास जारी है।’ बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और दुकानदारों में गली ली जा रही है, साथ ही सभी चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘अन्य वैज्ञानिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य समेकन किए जा रहे हैं ईमेल के ट्रांसपोर्ट के पीछे के आतंकवादी समूह की पहचान के लिए जा सकता है और (जम्मू क्षेत्र में) साक्षरता के लिए (ओजीडब्ल्यू) की नेटवर्किंग की पहचान हो सकती है।’ अधिकारियों ने कहा कि गठजोड़ के संबंध में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
एसएस डीएफ के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी के जिम्मेदार कार्यकर्ता शहर के मध्य में स्थित क्वीन पार्क में एकजुट हुए और पाकिस्तान विरोधी नारों के बीच पाकिस्तान के झंडे को आग लगा दी। गुप्ता ने दस्तावेज से कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में सशस्त्र दस्तावेजों को रिकॉर्ड के लिए पाकिस्तान के निरंतर अनुरोध की निंदा करने के लिए हमने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। हमारे सैनिकों ने उन्हें मार गिराया है।’