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एएनआई
विदेश मंत्रालय के बयानों के अनुसार, जयशंकर 29 से 31 दिसंबर 2022 तक साइप्रस की यात्रा पर जीत गए। इस वर्ष भारत और साइप्रस के बीच राजनयिक व्यवहार की 60वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। अभिनेत्रियों के अनुसार, अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर साइप्रस के अपने समकक्ष लोनिस कसोलिडेस के साथ बैठक करेंगे।
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर 29 दिसंबर से तीन जनवरी तक साइप्रस और ऑस्ट्रिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के बयानों के अनुसार, जयशंकर 29 से 31 दिसंबर 2022 तक साइप्रस की यात्रा पर जीत गए। इस वर्ष भारत और साइप्रस के बीच राजनयिक व्यवहार की 60वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। अभिनेत्रियों के अनुसार, अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर साइप्रस के अपने समकक्ष लोनिस कसोलिडेस के साथ बैठक करेंगे।
वह साइप्रस के प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष अन्निता डेमेट्रियू से भी नियोक्ता होंगी। जयशंकर का साइप्रस में व्यापार एवं निवेश समुदाय को संदेश देने का कार्यक्रम है। इसके अलावा विदेश मंत्री वहां भारतीय समुदाय के लोगों को संदेश भी देंगे। मंत्रालय के बयानों के मुताबिक, आस्ट्रिया में विदेश मंत्री जयशंकर और यूरोपीय अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री एलेकजेंडर शैलेनवर्ग से मुलाकात करेंगे। पिछले 27 वर्षों में भारत के विदेश मंत्री स्तर पर आस्ट्रिया की यह पहली यात्रा है।
जयशंकर की आस्ट्रिया यात्रा वर्ष 2023 में दोनों देशों के राजनयिक संबंध की 75वीं वर्षगांठ की पहुंच में हो रही है। जहराब है कि शैलेन क्लास ने मार्च 2022 में भारत की यात्रा की थी। इस वर्ष शैलेनवर्ग और जयशंकर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर से अन्य तीन मील दूर हैं। अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर आस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहामर से मिलेंगे। वह भारतीय समुदाय के लोगों से भी बातचीत करेगा। उनकी विएना स्थित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी मारियानो ग्रोसी से मिलने की भी योजना है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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