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साल 2022 की शुरुआत में कोविड-19 के नए मैक्सिमॉन ऑमिक्रॉन (ओमिक्रॉन वेरिएंट) की वजह से एक बार फिर सभी घरों में रिकॉर्ड होना पड़ा। मगर यह साल के आकलन और टीकाकरण (कोविड-19 टीकाकरण) प्रक्रिया के जोर के साथ हम सभी को लगा था कि कोविड-19 (कोविड-19 स्थानिक) अब खत्म होने की कगार पर है। काफी वैज्ञानिक लेकर भी इस बात को लेकर सहमति बनी हुई थी कि कोविड-19 महामारी अब जल्द ही स्थानिक होने वाली है।
इस साल के अंत में चीन से आ रही कोविड-19 की ख़बरों नें एक बार फिर हमारे मन में कई शंकाएं पैदा कर दी हैं। चीन में ट्रेड ओमिक्रॉन बीएफ 7 धारणा (ओमिक्रॉन बीएफ 7 वेरिएंट) तेजी से फैल रहा है, जिसकी वजह से एक दिन में करीब एक लाख लोग प्रभावित हो रहे हैं। बता दें कि ये आकड़ों ने अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत में भी इसके कुछ मामले देखने को मिल रहे हैं।
चीन में एक बार फिर तेजी से फैल रहे कोरोना ने लोगों को सोच में डाल दिया कि क्या आने वाले साल 2023 में भी कोरोना का खत्म होने की कोई उम्मीद है या हमें साल की शुरुआत एक बार फिर घर में बिल्कुल कर लेंगे?
कोविड-19 के नए प्रवेश को और अच्छी तरह से समझने के लिए हम भारतीय चिकित्सा संघ हरियाणा राज्य के पूर्व अध्यक्ष, एमबी;बीएस एफसीजीपी, डीटीडी, डॉ. एस.एस. मुदगिल से बात की, जो एक बुजुर्ग चिकित्सक हैं। एक्सएमएल जानते हैं कि उनका कोरोना के बीएफ 7 के बारे में क्या कहना है?
कैसा ओमिक्रॉन का बीएफ 7 उत्तम है?
BF.7, ओमिक्रॉन धारणा BA.5 एक सब वर्जन है। पीटीआई के अनुसार, यह जताना बहुत अधिक संक्रामक है। इसमें पुन: संक्रमण पैदा करने की उच्च क्षमता है और टीकाकृत व्यक्तियों को भी अपनी चपेट में ले सकता है।
जर्नल ‘सेल होस्ट एंड माइक्रोब’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, बीएफ.7 भेद में मूल वायरस की तुलना में 4.4 गुना अधिक न्यूट्रलाइजेशन रेसिस्टेंस है। इसका मतलब यह है कि वैक्सीन से बने एंटीबॉडीज भी वायरस के खिलाफ पूरी तरह से प्रभावी नहीं हैं।
ओमिक्रॉन का बीएफ 7 कितना घातक है?
डॉ. मुदगिल का मानना है कि हमें यह वायरस बहुत ज्यादा डरने की ज़रुरत नहीं है, लेकिन इससे सावधान रहना ज़रूरी है। वे दावा करते हैं कि कोरोना एक ऐसा वायरस जो वर्षों से इस धरती पर मौजूद है, लेकिन 2019 में बैटिंग से कोविड आया – 19 अलग था, जो कि किसी लक्षण के बिना लक्षणों के लोगों के बीच अलंकृत था। डॉ. का कहना है कि अक्सर दूसरे वायरस पहले लक्षण दिखाते हैं और बाद में फैलते हैं, लेकिन कोविड-19 अलग है।
तो क्या 2023 में महामारी खत्म होने की कोई संभावना है?
जब हमने इस बारे में डॉ. मुदगिल से बात की तो उन्हें बताया जाता है कि ऐसा माना जाता है कि अकसर तीसरी लहर के बाद किसी भी वायरस का प्रकोप कम हो जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि काफी लोग इससे मुक्त हो जाते हैं। मगर का मतलब यह नहीं है कि हम आने वाले नए संदेशों को हल्के में लें।
बीएफ 7 धारणा से किस तरह से अपना बचाव करें
डॉ. मुदगिल ने बताया कि बच्चों और बूढ़ों को इस वायरस से सावधान रहने की सख्त जरुरत है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। साथ में उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए जैसे –
यह सर्दी का मौसम है तो इसमें जुकाम से बचने से बचें और खुद को ठंड न लगें।
नया साल का समय है तो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और सामाजिक गड़बड़ी का पालन करें।
हमेशा चश्मे से बाहर निकलें और दूसरों के बहुत करीब रोमांटिक बातें करने से बचें।
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