UNITED NEWS OF ASIA. श्रीदाम ढाली, कांकेर | स्वामी आत्मानंद हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम स्कूल हरानगढ़ में ब्रह्माकुमारी संस्था पखांजूर के सहयोग से नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जीवनमूल्य आधारित इस विशेष अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को नशे की प्रवृत्तियों से दूर रखकर संयमित और आत्मनियंत्रित जीवन की ओर प्रेरित करना था।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता बीके सानू दीदी ने कहा कि –
“नशा आज केवल शराब, सिगरेट या तंबाकू तक सीमित नहीं है, बल्कि तकनीक का अत्यधिक उपयोग, मोबाइल, वीडियो गेम्स और सोशल मीडिया की लत भी आज की पीढ़ी को मानसिक रूप से जकड़ रही है। यह नया डिजिटल नशा चिंताजनक है।”

उन्होंने विद्यार्थियों को सरल और प्रभावशाली भाषा में नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्परिणाम बताए। सानू दीदी ने बताया कि राजयोग, ध्यान और सकारात्मक सोच के अभ्यास से आत्मबल बढ़ता है, जिससे नकारात्मक लतों से मुक्ति पाई जा सकती है।

संस्थान के सदस्य प्रदीप बाला और अनीता बाला ने भी व्यसन मुक्ति में परिवार की भूमिका, आत्म-संयम और नैतिक मूल्यों की आवश्यकता पर बल दिया। बाला ने आत्मा और शरीर के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक संबंध को सरल उदाहरणों के माध्यम से समझाते हुए कहा कि –
“जब आत्मा जागृत होती है, तभी शरीर सही दिशा में चलता है।”
विद्यालय के प्राचार्य श्यामल चंद्र डे ने ब्रह्माकुमारी संस्था का आभार प्रकट करते हुए कहा कि –
“बचपन से ही यदि संयम और विवेक के बीज बोए जाएं, तो एक व्यसनमुक्त और सशक्त समाज की नींव रखी जा सकती है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितों ने नशा से दूर रहने और दूसरों को भी जागरूक करने का संकल्प लिया। इस प्रेरणादायक आयोजन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण और अभिभावक उपस्थित रहे।