छत्तीसगढ़रायपुर

हीरा ग्रुप पर मकान तोड़ने का आरोप, किसानों ने मांगा इंसाफ

 UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर। राजधानी रायपुर के ग्राम फुंडहर (प.ह.नं.-68, रा.नि.मं.-रायपुर-10) के किसानों ने हीरा ग्रुप से जुड़े रितेश कुमार महतो पर गंभीर आरोप लगाते हुए मकान तोड़ने की साजिश का खुलासा किया है। रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में पीड़ितों ने कहा कि उनके वैध पैतृक मकानों को जबरन हटाने की कोशिश की जा रही है, जबकि उनके पास भूमि के वैध दस्तावेज मौजूद हैं।

तीन दशक से रह रहे हैं किसान, अब बेदखल करने की कोशिश
किसानों ने बताया कि वे पिछले लगभग 30 वर्षों से उसी जमीन पर निवासरत हैं और उनके पास ऋण पुस्तिका क्रमांक 4243392 जैसे वैध दस्तावेज भी हैं। बावजूद इसके, बिना किसी सरकारी नोटिस या सीमांकन के उनके मकानों को जबरन तोड़ने की तैयारी की जा रही है। उनका कहना है कि उन्हें इस कार्रवाई की जानकारी अनौपचारिक रूप से मिली, न कि प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कानूनी सूचना प्राप्त हुई।

भू-माफिया को लाभ पहुंचाने का आरोप
प्रभावित परिवारों — जिसमें बनस राम निषाद, सावन बाई निषाद, रामानंद निषाद, सम्पत निषाद, घनाराम निषाद, धर्मेन्द्र निषाद और इंदिरा बाई शामिल हैं — ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई एक खास व्यक्ति और निजी कंपनी को लाभ पहुंचाने की मंशा से की जा रही है।

आत्मदाह की चेतावनी, ज्ञापन सौंपा गया
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करता है और उनके मकानों को जबरन तोड़ा जाता है, तो वे आत्मदाह जैसे गंभीर कदम उठाने को मजबूर होंगे। उन्होंने विधायक मोतीलाल साहू और रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जल्द हस्तक्षेप की मांग की है।

सार्वजनिक अपील
पीड़ितों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस “अन्यायपूर्ण कृत्य” को तत्काल प्रभाव से रोका जाए और भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि गरीब और पिछड़े वर्ग के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो सके।

 


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