
UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ तमाम राजनयिक और सैन्य संपर्कों को सीमित करते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में वर्तमान सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई और सभी सशस्त्र बलों को उच्च स्तरीय सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बैठक के बाद सरकार ने 24 अप्रैल की शाम 6 बजे संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक का उद्देश्य आतंकी हमले पर एकजुट राजनीतिक प्रतिक्रिया तय करना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह इसमें शामिल होंगे।
भारत का कड़ा रुख: राजनयिक संबंधों में कटौती
भारत ने पाकिस्तान के आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) हैंडल को देश में बैन कर दिया है। इसके साथ ही:
पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है।
अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद किया जा रहा है।
पाकिस्तानी उच्चायोग के राजनयिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए गए हैं; 1 मई 2025 तक उन्हें भारत छोड़ना होगा।
भारत में पाक उच्चायोग की कर्मचारियों की संख्या घटाकर 30 कर दी गई है।
भारतीय अधिकारियों को भी इस्लामाबाद से वापस बुलाने की घोषणा की गई है।
सीमा पर सतर्कता और पाकिस्तान की सैन्य गतिविधियां
सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान ने कराची तट से मिसाइल परीक्षण की घोषणा की है। सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का यह परीक्षण 24-25 अप्रैल को पाकिस्तान के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में किया जाएगा। इस बीच पाकिस्तान ने भारत की संभावित कार्रवाई के डर से 18 फाइटर जेट्स को सरहद के करीब तैनात कर दिया है।
इससे पहले, पाकिस्तान की सेना ने टिल्ला रेंज में फायरिंग अभ्यास किया था, जिसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, भारतीय खुफिया एजेंसियां लगातार निगरानी रख रही हैं।
अमेरिका की चेतावनी और वैश्विक प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा न करने की चेतावनी दी है। यह चेतावनी मौजूदा सुरक्षा माहौल को देखते हुए जारी की गई है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दुनिया के कई देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया है और आतंकवादी हमले की निंदा की है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक
भारत की कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस आतंकी हमले में शामिल होने से इनकार किया है, जैसा कि वह पहले उरी और पुलवामा जैसे हमलों के बाद भी करता रहा है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र
इस बीच, जम्मू-कश्मीर सरकार ने भी कैबिनेट बैठक के बाद 28 अप्रैल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया है, जिसमें आतंकी हमले और सुरक्षा हालात पर चर्चा की जाएगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच वर्तमान स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो चुकी है। सरकार के कड़े निर्णयों के बाद अब निगाहें सर्वदलीय बैठक पर टिकी हैं, जहां राजनीतिक दलों की एकजुट प्रतिक्रिया सामने आने की उम्मीद है। वहीं, पाकिस्तान की NSC बैठक में उसकी रणनीतिक प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें हैं।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :