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UP News : जयपुर में भीषण टक्कर: कार-ट्रेलर भिड़ंत में महिला और बच्चों समेत 5 की मौत”

UNITED NEWS OF ASIA. जयपुर | 13 अप्रैल 2025 — राजस्थान के जयपुर में रविवार सुबह हुए एक दिल दहला देने वाले सड़क हादसे ने सभी को झकझोर दिया। खाटू श्याम दर्शन के लिए जा रहे लखनऊ के एक ही परिवार के पांच सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि कार के परखच्चे उड़ गए और शवों को बाहर निकालने में पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।

 नेशनल हाईवे पर दिल दहला देने वाला मंजर

यह हादसा मनोहरपुर-दौसा रोड पर स्थित नेकावाला टोल प्लाज़ा के पास हुआ, जहां एक तेज रफ्तार कार सामने से आ रहे ट्रेलर से भीषण टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेलर रोड से नीचे पलट गया और कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया और अफरा-तफरी मच गई।

 दर्शन के लिए निकले थे, लौटे मौत की गोद में

लखनऊ से राजस्थान घूमने आए यह परिवार रविवार सुबह खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए निकला था। कार में सवार सभी लोग एक ही परिवार के थे — जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। परिजन इस यात्रा को एक शुभ और पवित्र अनुभव बनाना चाहते थे, लेकिन यह यात्रा एक भयावह त्रासदी में बदल गई।

 प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया—”चीखों से कांप उठा हाईवे”

हादसे के चश्मदीदों ने बताया कि टक्कर के बाद कुछ पल तक हर तरफ सिर्फ चीखें सुनाई दीं।

“कार में बैठे लोग बुरी तरह फंस चुके थे। हम दौड़े लेकिन कुछ नहीं कर पाए। ऐसा खौफनाक मंजर पहले कभी नहीं देखा…” — एक प्रत्यक्षदर्शी

 शवों को निकालने में लगी घंटों मशक्कत, जांच जारी

रायसर थाना पुलिस मौके पर तुरंत पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। कार में फंसे शवों को गैस कटर से काटकर बाहर निकाला गया। हादसे के बाद ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए हाईवे पर पुलिस बल तैनात किया गया।
ASP ने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है और ट्रेलर चालक से पूछताछ की जा रही है।

अंतिम यात्रा बनी आखिरी यात्रा

सड़क पर बिखरे कार के टुकड़े, ट्रेलर का पलटा हुआ ढांचा और वहां गूंजती चीखें — यह सब कुछ उस सुबह की भयावहता को बयां करता है। राजस्थान की तीर्थ यात्रा पर निकला यह परिवार शायद ही कभी सोच सकता था कि यह उनका जीवन का अंतिम सफर होगा।

सवाल कायम: कब थमेगी रफ्तार की यह लापरवाही?

हर बार की तरह एक और हादसा, एक और परिवार उजड़ गया। लेकिन सवाल वही है—
क्या रफ्तार पर लगाम लगेगी? क्या नियमों का पालन होगा? या यूं ही मासूम जिंदगियां सड़क पर दम तोड़ती रहेंगी?

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