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सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक वापसी: आज स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल से पृथ्वी पर लौटेंगी भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री!

UNITED NEWS OF ASIA. भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के पृथ्वी पर लौटने का ऐतिहासिक क्षण करीब आ चुका है। एलन मस्क की कंपनी SpaceX के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन के माध्यम से सुनीता और उनके साथी अंतरिक्षयात्रियों की वापसी की प्रक्रिया आज पूरी होगी। यह मिशन भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3:30 बजे फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंडिंग के साथ संपन्न होगा।

कैसा होगा अंतरिक्ष से धरती तक का सफर?

इस रोमांचक सफर की शुरुआत आज सुबह 10:35 बजे होगी, जब स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह प्रक्रिया स्वचालित होगी और कई चरणों में पूरी होगी:

  • प्रेशर सूट पहनना – अंतरिक्षयात्री पहले प्रेशर सूट पहनेंगे, फिर स्पेसक्राफ्ट का हैच बंद किया जाएगा और सभी लीक की जांच की जाएगी।
  • अनडॉकिंग प्रक्रिया – स्पेसक्राफ्ट की लॉकिंग प्रणाली हटाई जाएगी और थ्रस्टर के माध्यम से इसे आईएसएस (ISS) से अलग किया जाएगा।
  • डी-ऑर्बिट बर्न – स्पेसक्राफ्ट बुधवार तड़के 2:41 बजे इंजन को चालू करेगा, जिससे यह पृथ्वी के करीब आ सकेगा।
  • वायुमंडल में प्रवेश – स्पेसक्राफ्ट लगभग 27,000 किमी/घंटा की रफ्तार से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा।
  • पैराशूट का खुलना – पृथ्वी से 18,000 फीट की ऊंचाई पर दो पैराशूट और 6,000 फीट पर मुख्य पैराशूट खुलेंगे, जो स्पेसक्राफ्ट की गति को नियंत्रित करेंगे।
  • स्प्लैशडाउन – अंततः स्पेसक्राफ्ट की सुरक्षित लैंडिंग फ्लोरिडा के तट पर होगी। मौसम खराब होने पर लैंडिंग साइट में बदलाव संभव है।

सुनीता विलियम्स के मिशन की ऐतिहासिक अहमियत

सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मर पिछले वर्ष जून से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर थे। इस मिशन में उनके साथ निक हेग और एलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी शामिल हैं। NASA और SpaceX की संयुक्त योजना के तहत इनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है।

सुनीता विलियम्स का गौरवशाली सफर

  • सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं।
  • उन्होंने अब तक दो अंतरिक्ष मिशनों में हिस्सा लिया है और कई स्पेसवॉक भी पूरे किए हैं।
  • उनका यह मिशन भारत के लिए गर्व का विषय है, क्योंकि सुनीता ने एक बार फिर भारतीय मूल की प्रतिभा का परचम लहराया है।

मौसम की भूमिका महत्वपूर्ण

NASA के अनुसार, इस मिशन के दौरान मौसम की स्थिति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। खराब मौसम की स्थिति में लैंडिंग के समय और स्थान में बदलाव संभव है। वर्तमान अनुमान के अनुसार, लैंडिंग बुधवार सुबह 3:27 बजे निर्धारित की गई है।

सुनीता विलियम्स और उनकी टीम की सुरक्षित वापसी के लिए देशभर में प्रार्थनाएं हो रही हैं।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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