
UNITED NEWS OF ASIA. भोपाल। मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह घोषणा करते हुए परिजनों को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया। सीएम ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार अपने वीर सपूतों के लिए हमेशा नतमस्तक रहेगी।”
कैसे हुआ विवाद, क्यों भड़की हिंसा?
शनिवार (15 मार्च) को गड़रा गांव में आदिवासी समुदाय के कुछ लोगों ने शनि द्विवेदी नामक युवक को बंधक बनाकर पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। जब पुलिस और प्रशासनिक दल मौके पर पहुंचा, तो आदिवासियों ने पुलिस टीम, तहसीलदार और अन्य अधिकारियों पर हमला कर दिया। इस दौरान पत्थरबाजी और मारपीट में एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए, जबकि तहसीलदार समेत 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात, 6 आरोपी गिरफ्तार
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना से आक्रोशित मृतक शनि द्विवेदी के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन के समझाने के बाद ही परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।
शहीद एएसआई को दी गई राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
एएसआई रामचरण गौतम सतना जिले के कोठी थाना क्षेत्र के पवैया गांव के निवासी थे। रविवार को उनका पार्थिव शरीर गृह ग्राम लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सतना कलेक्टर सतीश कुमार एस, एसपी आशुतोष गुप्ता और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। गांव के हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी।
सीएम का बड़ा ऐलान: परिवार को 1 करोड़ की सहायता और सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर घोषणा करते हुए कहा, “कर्तव्य पालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और परिवार के पात्र सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।”
मऊगंज हिंसा के बाद सरकार और प्रशासन सख्त कार्रवाई के मूड में है। पुलिस प्रशासन ने आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है और जल्द ही अन्य दोषियों को भी गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।













