
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर | महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व को समर्पित “सखी” कार्यक्रम का भव्य आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की रायपुर शाखा द्वारा मीराविल होटल में किया गया। इस आयोजन में सशक्त महिलाओं की उपलब्धियों को सराहा गया और उन्हें प्रेरित करने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली पहल
कार्यक्रम का आयोजन WYMEC रायपुर (ICAI ब्रांच) द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता ICAI रायपुर शाखा अध्यक्ष CA विकास गोलछा और विमेंस कमिटी अध्यक्ष CA शीतल काला ने की। कार्यक्रम का उत्कृष्ट संचालन कल्पना अग्रवाल ने किया, जबकि मीडिया प्रभारी ऋद्धि जैन ने आयोजन की प्रमुख जानकारियां साझा कीं।
मुख्य अतिथि का संबोधन
इस अवसर पर रायपुर की प्रथम महिला महापौर मीनल चौबे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा,
“आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा से नया मुकाम हासिल कर रही हैं। ‘सखी’ जैसा मंच महिलाओं को और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
महापौर ने मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान देने वाली CA रजनी पिंजानी, CA सीमा तयाल, CA महक मेघानी, CA सोनिया हरचंदानी, CA प्रग्या चतुरमोहता और CA सुवीधा गुप्ता को सम्मानित किया।
स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष सत्र
डायटीशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पी गोयल ने महिलाओं के लिए संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली पर चर्चा की। उन्होंने फ्री BMI जांच करवाई और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जैसे:
- एक कप चाय सालभर में 1 किलो वजन बढ़ा सकती है – इससे बचने के लिए क्या उपाय करें।
- संतुलित आहार से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य कैसे बेहतर हो सकता है।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
- मॉडल श्वेता तिवारी द्वारा जुम्बा और साउंड हीलिंग सेशन, जिससे महिलाओं ने ऊर्जा और आत्मविश्वास महसूस किया।
- मेडिटेशन और डीजे म्यूजिक – मानसिक शांति और मनोरंजन का अनूठा संगम।
- भाग्यशाली ड्रा (हाउजी गेम) – CA अक्षिता चोरारिया को AT ज्वैलर्स द्वारा डायमंड रिंग गिफ्ट की गई।
- गुल्लक संस्था की ओर से वित्तीय स्वतंत्रता पर जागरूकता – महिलाओं को बचत और आर्थिक आत्मनिर्भरता की सीख दी गई।
गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम में लक्ष्मी महिला नागरिक सहकारी बैंक की सत्यबाला अग्रवाला, ज्योति अग्रवाल और रांची से आईं मनीषा बियानी की उपस्थिति ने आयोजन की भव्यता को और अधिक बढ़ाया।
“सखी” कार्यक्रम ने महिलाओं को प्रेरित करने और उन्हें सशक्त बनाने का एक नया मंच प्रदान किया, जिससे वे आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की ओर कदम बढ़ा सकें।













