
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में शुक्रवार को जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के घर की रेकी का मुद्दा उठाते हुए विपक्ष ने पूरे दिन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। नाराज विपक्षी विधायकों ने सदन से बाहर निकलकर गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
सदन में हालात संभालने और विपक्ष को मनाने के लिए संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप पहुंचे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
नेता-प्रतिपक्ष चरणदास महंत का बड़ा बयान
नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा,
“हमने प्रश्नकाल के दौरान दीपक बैज के घर की रेकी का मुद्दा उठाया था, क्योंकि यह लोकतंत्र की हत्या की कोशिश है। हमारे नेताओं को डराने और उन्हें साजिश के तहत फंसाने की कोशिश हो रही है। इस गंभीर मामले को सरकार हल्के में नहीं ले सकती, इसलिए हमने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया है।”
सदन में गूंजा विपक्ष का आक्रोश
- विपक्ष ने सरकार पर जनतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का आरोप लगाया।
- सदन में हंगामे के बाद कार्यवाही को रोकना पड़ा।
- विपक्ष ने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- गांधी प्रतिमा के पास धरना देते हुए विपक्षी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सरकार की सफाई और आगे की रणनीति
वहीं, सरकार की ओर से अब तक इस मामले पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि विपक्ष बेवजह मुद्दे को तूल दे रहा है और सरकार किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार है।
अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर सरकार क्या रुख अपनाती है और विपक्ष का अगला कदम क्या होगा। क्या इस विवाद से बजट सत्र की कार्यवाही प्रभावित होगी? ये सवाल अब प्रदेश की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गया है।













