
UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत ग्राम पंचायत आंदू में लोकतंत्र के प्रति उत्साह और कर्तव्यनिष्ठा का एक अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिला। यहां की निवासी लछनी निषाद, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं, ने व्हीलचेयर पर बैठकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और लोकतंत्र के प्रति अपनी निष्ठा को दर्शाया।
लछनी निषाद की मतदान के प्रति प्रतिबद्धता और संकल्प ने न केवल वहां मौजूद लोगों को बल्कि पूरे समाज को प्रेरित किया। उनका मतदान केंद्र तक पहुंचना और वोट डालना इस बात का उदाहरण है कि शारीरिक अक्षम्यता भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी की राह में बाधा नहीं बन सकती। लछनी ने अन्य मतदाताओं को यह संदेश दिया कि अपने अधिकारों का प्रयोग करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों।
मतदान केंद्र पर प्रशासन ने विशेष रूप से लछनी निषाद के लिए सुविधाजनक इंतजाम किए थे, ताकि वे बिना किसी असुविधा के अपना वोट डाल सकें। व्हीलचेयर की व्यवस्था और मतदान केंद्र पर रैंप की सुविधा ने उन्हें आरामदायक और सुरक्षित मतदान प्रक्रिया का अनुभव कराया।
लछनी निषाद ने मतदान के बाद कहा, “चुनाव में भाग लेना मेरे लिए गर्व की बात है। मैं चाहती हूँ कि सभी लोग, चाहे वो किसी भी स्थिति में हों, अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। यह हमारा अधिकार है और इसे निभाना हमारी जिम्मेदारी।”
उनके इस कदम ने स्थानीय नागरिकों में जागरूकता और प्रेरणा का संचार किया। वहां मौजूद अधिकारियों और मतदानकर्मियों ने भी लछनी निषाद के जज़्बे की सराहना की। यह घटना उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है, जो विभिन्न कारणों से मतदान में भाग लेने से हिचकिचाते हैं। ग्राम पंचायत आंदू में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ, जिसमें सभी वर्गों के मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लछनी निषाद जैसी प्रेरणादायक व्यक्तियों ने लोकतंत्र के महत्त्व को और भी गहरा कर दिया, जो आने वाले समय में सभी के लिए एक मिसाल के रूप में कायम रहेगी।













