
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर | रायपुर छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी पर चुनावी साजिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने धमतरी में कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द कराया और बिलासपुर में पूजा विधानी के ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति उठाई। बैज ने कहा कि पार्टी इस मामले को लेकर कोर्ट जाएगी।
इन विषयों पर दैनिक भास्कर ने पीसीसी चीफ दीपक बैज से बातचीत की। उन्होंने कहा कि धमतरी कलेक्टर की कॉल डिटेल सार्वजनिक की जानी चाहिए। विस्तार से पढ़िए पूरी बातचीत…
सवाल: नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस के धमतरी से अधिकृत प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है। इसके अलावा कोरबा, बिलासपुर जैसी जगहों पर बीजेपी को वॉकओवर मिला है। इस स्थिति के बारे में क्या कहेंगे?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी शुरू से चुनाव को टालने की कोशिश कर रही थी। पहले उन्होंने अध्यादेश लाकर चुनाव की अवधि बढ़ाई। वे चाहते थे कि चुनाव मई या जून में कराए जाएं, लेकिन जनता के दबाव के कारण उन्हें मजबूरी में अभी चुनाव कराना पड़ रहा है। अब जब चुनाव हो रहे हैं, तो बीजेपी यह देख रही है कि कौन सा प्रत्याशी मजबूत है। जो प्रत्याशी मजबूत होता है, उसे निरस्त करने की साजिश की जा रही है। कुल मिलाकर बीजेपी कहीं न कहीं चुनाव से डर रही है।
सवाल:आपने कहा कि धमतरी के मेयर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन मुख्यमंत्री के निर्देश पर निरस्त किया गया। क्या इसका कोई प्रमाण है?
जवाब: हां, हमें एक दिन पहले रात को 11 बजे पता चला कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर धमतरी के मेयर प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन निरस्त कर दिया गया है।
हम मांग कर रहे हैं कि धमतरी कलेक्टर का कॉल डिटेल सार्वजनिक किया जाए ताकि यह पता चले कि मुख्यमंत्री ने फोन किया था या नहीं। जनता को यह जानने का हक है कि सरकार किस हद तक गिर सकती है। हमने कभी इस स्थिति की कल्पना नहीं की थी।
सवाल:क्या इस स्थिति का कोई अंदरूनी कारण है?
जवाब: धमतरी का मेयर प्रत्याशी मुख्यमंत्री के करीबी हैं, और इस कारण उन्होंने अपनी करीबी को जिताने के लिए हर तरह की साजिश रची है। इसी कारण हमारे प्रत्याशी का नामांकन निरस्त कर दिया गया।
सवाल: बिलासपुर में बीजेपी के प्रत्याशी पूजा विधानी के ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति की गई थी। इसके बारे में क्या कहेंगे?
जवाब: हमारी पार्टी ने पूजा विधानी के ओबीसी प्रमाण पत्र पर आपत्ति की थी। उनका ओबीसी प्रमाण पत्र ओडिशा से है, और छत्तीसगढ़ में यह मान्य नहीं हो सकता। अगर वे ओबीसी हैं, तो उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल सकता।
सवाल:अगर बिलासपुर में यह मामला निरस्त हो गया है, तो क्या कांग्रेस कोर्ट जाएगी? इसके अलावा धमतरी को लेकर क्या करेंगे।
जवाब: बिलकुल। हम वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और फिर पार्टी जो भी निर्णय लेगी, उस पर कार्रवाई करेंगे। यदि जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट का रुख करेंगे
सवाल: एक नाम चर्चा में है तिलक सोनकर का जिसने अपने नामांकन में कांग्रेस पार्टी का नाम लिखा है। तो क्या तिलक को पार्टी बी फॉर्म देगी?
जवाब: हमारे पास चुनाव लड़ने के लिए कई विकल्प है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी समय आने के बाद निर्णय लेगी।













