गौरेला-पेंड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़

बाघिन की मौजूदगी से अमरकंटक मार्ग पर दहशत: ज्वालेश्वर महादेव मंदिर के पास सक्रिय, मवेशियों पर हमले जारी

UNITED NEWS OF ASIA. गौरेला पेंड्रा मरवाही | छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा पर गौरेला-अमरकंटक मार्ग स्थित ज्वालेश्वर महादेव मंदिर के आसपास एक बाघिन की सक्रियता ने इलाके में डर और दहशत फैला दी है। पिछले चार दिनों से यह बाघिन मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में देखी जा रही है और अब तक कई मवेशियों का शिकार कर चुकी है।

वीडियो हुआ वायरल

बाघिन का वीडियो राहगीरों द्वारा बनाया गया और यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बाघिन को मुख्य सड़क और मंदिर मार्ग पर बेधड़क घूमते हुए देखा जा सकता है। इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और यात्रियों में भय व्याप्त है। लोग अपनी दैनिक गतिविधियां छोड़कर घरों में रहने को मजबूर हो गए हैं।

सैलानियों में भी दहशत

अमरकंटक मार्ग और ज्वालेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र सैलानियों के लिए प्रमुख आकर्षण केंद्र हैं। बाघिन की मौजूदगी ने यहां आने वाले पर्यटकों को भी डरा दिया है।

वन विभाग ने संभाला मोर्चा

घटना की जानकारी मिलते ही छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वन विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं। बाघिन की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और जंगल या मंदिर परिसर के आसपास जाने से बचें।

ग्रामीणों में भय का माहौल

मवेशियों के शिकार की घटनाओं के बाद मंदिर परिसर के आसपास के गांवों में डर का माहौल बना हुआ है। ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और वन विभाग से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

वन्यजीवों के प्रति जागरूकता की आवश्यकता

यह घटना मानव और वन्यजीवों के बीच बढ़ते टकराव को दर्शाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जंगलों में भोजन की कमी के चलते बाघिन रिहायशी इलाकों की ओर आ रही है। वन विभाग द्वारा क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने और बाघिन को सुरक्षित तरीके से जंगल में वापस भेजने की योजना बनाई जा रही है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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