UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती के अवसर पर आज 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर जिले के चारो विकासखंड में विभिन्न सुशासन कार्यक्रम का आयोजन कर सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। इसी क्रम में आज बेमेतरा विकासखंड के ग्राम पंचायत कुसमी मे भी सुशासन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल, एडीएम प्रकाश भारद्वाज, डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई, जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी, पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, सरपंच नीमा वर्मा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा सहित जिला अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम मे स्थानीय विधायक दिपेश साहू द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन पश्चात जनप्रतिनिधियों एवं आमजनता को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज का दिन भारतीय राजनीति और जनमानस के लिए एक तरह से सुशासन का अटल दिवस है। जब भी सत्ता और विचारधारा के बीच एक को चुनने की नौबत आई, तो अटल बिहारी वाजपेयी ने विचारधारा को खुले मन से चुना। वह ज्यादातर विपक्ष में रहे, लेकिन नीतियों का विरोध तर्कों और शब्दों से किया।
आज पूरा देश अपने भारत रत्न अटल को, उस आदर्श विभूति के रूप में याद कर रहा है, जिन्होंने अपनी सौम्यता, सहजता और सहृदयता से करोड़ों भारतीयों के मन में जगह बनाई। विधायक ने सुशासन दिवस के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा किए गए सुशासन के कार्यों की सराहना की और उन्हें जनता के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रशासनिक सुधार, पारदर्शिता, जनहित के फैसले और विकास योजनाओं में तेजी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सुशासन दिवस पर विधायक ने विशेष रूप से सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता, भ्रष्टाचार-मुक्त शासन और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सुशासन के कारण आम जनता को सरकारी सेवाओं का लाभ तेजी से मिल रहा है, जिससे लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।
विधायक ने दिलाई सुशासन दिवस
विधायक दिपेश साहू ने प्रदेश में सुशासन के उच्चतम मापदंडों को स्थापित करने के लिए शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जनकल्याण केन्द्रित तथा जवाबदेह बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने एवं प्रदेश के नागरिकों के जीवनस्तर में सुधार लाने के लक्ष्य को पाने के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ दिलायी।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने सुशासन दिवस के अवसर पर सुशासन का अर्थ समझाते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य जनता को पारदर्शी, जवाबदेह और संवेदनशील प्रशासन देना है। सुशासन का अर्थ है ऐसा शासन, जिसमें सभी नागरिकों को बिना भेदभाव के सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिले, और प्रशासनिक तंत्र ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करे। उन्होंने बताया कि सुशासन का मतलब है कानून और नियमों का पालन करते हुए विकास को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार को खत्म करना, और जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान करना ।
उन्होंने सुशासन दिवस पर राज्य सरकार की तीन प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए सुशासन का अर्थ बताया । उन्होंने महतारी वंदन योजना, कृषक उन्नति योजना, और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSVY) के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे दूर-दराज के गांवों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि सड़कों के निर्माण से न केवल गांवों में आवागमन सुगम हुआ है, बल्कि विकास के अन्य अवसर भी प्राप्त हुए हैं।
सुशासन दिवस के अवसर पर विधायक दीपेश के साथ उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी नागरिकों के समक्ष अपने विचार रखे। उन्होंने सुशासन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि एक मजबूत और पारदर्शी प्रशासनिक तंत्र ही नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकता है और समाज के विकास को गति दे सकता है। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार की नीतियों और योजनाओं का सही और प्रभावी क्रियान्वयन ही सुशासन की आधारशिला है।
उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं और सुशासन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों को यह भी प्रेरित किया कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करें और समाज में जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपना योगदान दें। उद्बोधन में जनप्रतिनिधियों ने विशेष रूप से भ्रष्टाचार, असमानता और धीमी प्रशासनिक प्रक्रियाओं से निपटने की जरूरत पर बल दिया और सुशासन को इन समस्याओं का समाधान बताया। अंत मे कार्यक्रम मे संस्कृतिक कार्यक्रम मे भाग लेने वाले स्कूली बच्चों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।