UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | प्रदेश में 14 नवंबर से एमएसपी में धान की खरीदी जारी है, वही कबीरधाम जिले में भी सुचारू रूप से चालू है वही जिले के कलेक्टर लगातार शक्ति बरती जा रही है और धान की उठाव में तेजी लाने को भी कह रही है मगर कई उपार्जन केंद्र में धान का उठाव नहीं होने से खरीदी भी प्रभावित हो रही है
बात करे जिले के सहसपुर लोहारा ब्लॉक कीसहसपुर लोहारा के अन्तर्गत आने वाले धान उपार्जन केंद्र बड़ौदा कला के क्षेत्र के किसानों को धान बेचने में हो रही भारी दिक्कतवजह है उपार्जन केंद्र से धान का उठाव नहीं होने से जगह की समस्या जगह भी पूरी तरह भरा हुआ है बफर लिमिट से पार इस क्षेत्र के किसानों का कहना है उपार्जन केंद्र से धान का उठाव नहीं होने की वजह से हम किसानों को भारी दिक्कत धान बेचने में समस्या हो रही है उपार्जन केंद में बाकी किसानों से धान की खरीदी करने के लिए मंडी में जगह भी नहीं है इनके कारण हमारे टोकन भी नहीं काटे जा रहे है यदि टोकन भी काट दिए जा रहे है तो केंद्र में धान रखाव के लिए जगह भी नहीं बचा हुआ ऐसे में हम किसान क्या करे?
उपार्जन केंद्र बड़ौदा कला में धान का उठाव नहीं होने से कुछ कुछ दिन मंडी को भी बंद करना पड़ रहा है इसकी वजह से पहले से कटे टोकन वाले किसानों का धान भी खरीदी नहीं हो पा रही है,16 दिसंबर की दिन के लिए टोकन कटे किसानों का आज भी धान की खरीदी नहीं हुई वजह है उपार्जन केंद्र में जगह खाली नहीं पाना,समिति प्रबंधक बताते है कि शासन को कई बार जानकारी देते जा रहे है कि हमारे केंद्र के धान का उठाव नहीं होने की वजह से हमारे समिति से जुड़े किसानों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तथा जगह नहीं से किसानों का टोकन भी जारी नहीं कर पा रहे |
टोकन काटकर क्या करे !
जब मंडी में जगह ही नहीं बचा है ऐसे में किसान भाई लोग मायूस नजर से अपने घर की ओर रुख करते है,
कुछ दिन पहले हड़ताल किए थे जिनकी वजह से कुछ क्विंटल धान का उठाव हो पाया था उसके बाद फिर उठाव नहीं हो पा रहा है
राज्य में धान की खरीदी शुरू हुई तब से आज तक हमारे उपार्जन केंद्र से लगभग 5701.66 इतने क्विटंल तक ही धान का उठाव हो पाया है |
और बाकी बच्चे उपार्जन केंद्र में धान 29693.54 बचे हुए है जो पूरी तरह कई अधिक है जितना बड़ौदा कला मंडी में धान रखने की क्षमता है उनसे कई अधिक धान का रखाव हो चुका है ।
ऐसे में बाकी किसानों से धान की खरीदी कर पाना मुश्किल भरा समय पड़ रहा है
यदि बात करे इस उपार्जन केंद्र की किसानों की टोकन तो इस उपार्जन केंद्र में एक दिन में लगभग 40 से अधिक किसानों का टोकन जारी हो रहा है इन सभी किसानों का धान के खरीदी कर पाना मुश्किल भी पड़ रहा क्योंकि केंद्र में धान रखाव की जगह ही नहीं बचा है
कई किसान टोकन तुहर हाथ ऐप्स की मदद से टोकन भी काट रहे है ,जगह नहीं होने से किसान अपने धान को रखे के रखे है,,
इस उपार्जन केंद्र में सबसे बड़ी समस्या है तो वह है धान का उठाव नहीं हो पाना,,