UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, राजनांदगांव। शहर के जय स्तंभ चौक स्थित कांग्रेस भवन निर्माण कार्य को लेकर पुरानी बिल्डिंग तोड़ी जा रही है। इस दौरान कांग्रेस भवन परिसर में बनी दुकानों के व्यापारियों ने कांग्रेस भवन की जर्जर बिल्डिंग को तोड़े जाने का विरोध करते हुए
दुकानों को क्षति पहुंचने की बात कही है।
कांग्रेस भवन परिसर में बनी सभी दुकानों के व्यापारी कांग्रेस भवन पहुंचे और जेसीबी के सामने आकर दुकान क्षेत्र को तोडे़ जाने का विरोध किया। व्यापारियों के विरोध करने की सूचना मिलने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को समझाईश दी। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और व्यापारियों के बीच तीखी बहस भी होती रही।
लगभग 65 वर्षो से काबिज हैं व्यवसायी
कांग्रेस भवन की जमीन कांग्रेस भवन ट्रस्ट को दान की गई थी इसके बाद यहां वर्ष 1960 से लोग अपना व्यवसाय कर रहे हैं। जिनके पास किराये की पुरानी रसीदें भी है। यहां के व्यापारियों का कहना है के नियम अनुसार किराया लेकर उन्हें दुकान बना कर दिया जाए, लेकिन कांग्रेस पदाधिकारी के द्वारा लाखों रुपए पगड़ी के रूप में मांगा जा रहा है। जो देने में व्यापारी सक्षम नहीं है।
कुछ भी लिखित नहीं देने का आरोप
कांग्रेस भवन परिसर में बने दुकानों पर व्यवसाय कर रहे संजय वाघेला, मुकेश गुप्ता, नरेंद्र सिंह सोलंकी, रामखिलावन सोनकर ने कहा कि लगभग तीन पीढि़यों से उनका परिवार यहां व्यवसाय कर रहा है। कांग्रेस पदाधिकारी द्वारा बिना नोटिस दिए भवन को तोड़ा जा रहा है जिससे दुकान की दीवारें हिल रही है। उन्होंने कहा कि जयस्तंभ चौक की ओर के दुकानदारों से 45 लाख रुपए पगड़ी मांगी जा रही है, तो वही पीछे गोल बाजार क्षेत्र की दुकादारों से 35 लाख मांगा जा रहा है। इतनी रकम देने कोई भी दुकानदार सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि दुकानों को तोड़ने के बाद वर्तमान में जो दुकानदार यहां व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें दुकान दिया जाएगा या लिखित में भी नहीं दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने कोर्ट जाने के बाद भी कही है।
जीविका का साधन होगा प्रभावित
कांग्रेस भवन परिसर में लगभग 22 दुकाने हैं। भवन निर्माण के लिए इन दुकानों को तोड़ा जाना है। यहां के व्यापारियों ने वर्ष 2018 तक 200 रूपये किराया पटाया है। व्यापारियों ने कहा कि अब उनसे कोई किराया भी नहीं ले रहा है। दुकान तोड़े जाने से उनकी जीविका का साधन प्रभावित हो जाएगा।
विधिवत दिया गया था नोटिस
इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीकिशन खंडेलवाल का कहना है कि व्यापारियों के साथ बैठक की गई थी। इस मीटिंग में उनको कई प्रस्ताव दिए गए हैं और 2 दिन का समय जवाब के लिए दिया गया था, लेकिन 20 दिन हो गए किसी भी व्यापारी ने अपना कोई जवाब नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर ने भवन का निरीक्षण किया था वहीं इसे जर्जर घोषित करने के बाद अब निगम द्वारा तोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को 6 माह पहले ही दुकान खाली करने कहा गया था। उन्होंने कहा कि यह व्यापारी हमारे किराएदार भी नहीं है, व्यापारी 7-8 साल से किराया नहीं दे रहे हैं। व्यापारियों को विधिवत नोटिस जारी किया गया था।