छत्तीसगढ़दंतेवाड़ा

Dantewada News : भांसी रेलवे ट्रैक मरम्मत कार्य मे नाबालिक बच्चों से कराया जा रहा है कार्य 

UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, दंतेवाड़ा।भांसी थाना अंतर्गत इन दिनों रेल्वे दोहरीकरण रेल्वे ट्रैक मरम्मत कार्य कई स्थानों पर चल रहा है कुछ स्थानीय लोगों द्वारा स्थानीय पत्रकारों को बताया गया कि रेल्वे दोहरीकरण और रेल्वे ट्रैक मरम्मत में अन्य राज्यों से मजदूरों को बुलाकर काम कराया जा रहा है जिसमें कुछ नाबालिक बच्चे भी हैं जब स्थानीय पत्रकारों द्वारा कार्यस्थल पर जाकर देखा गया तो पाया कि 7 नाबालिक बच्चों को रेल्वे पटरी बदलने जैसे जोखिम भरे कार्यों को कराया जा रहा है।

वहीं रेल्वे विभाग के सब-इनजिनियर आदित्य नारायण सिंह भी कार्यस्थल पर उपस्थित थे जब स्थानीय पत्रकारों ने उनसे पूछा कि कार्य किस ठेकेदार का चल रहा है और बाल श्रमिकों से यह कार्य क्यों कराया जा रहा है तो उन्होंने ने सिर्फ इतना ही बताया कि कार्य ठेकेदार सन्यासी राव द्वारा कराया जा रहा है।

पत्रकारों द्वारा पूछने पर कि बाल श्रमिकों से कार्य क्यों कराया जा रहा है जिसपर उन्होंने कुछ कहने से साफ इन्कार कर दिया। मजदूरो से बात करने पर मजदूरों ने बताया ठेकेदार द्वारा ना ही उन्हें पूरी मजदूरी मिल रही है ना ही उनका पी,एफ काटा जा रहा है

ठेकेदार वयस्क मजदूरों का भी कर रहा हैं शोषण

मजदूरों के पी एफ की राशी भी किया जा रहा गमन

दंतेवाड़ा :- जिला मुख्यालय में श्रम विभाग की कार्य प्रणाली बेहद सुस्त है। विभागीय अधिकारी जिला में बाल श्रमिकों की मौजुदगी से हैं अनजान। जबकि दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से महेज 20 किलोमीटर की दुरी मे हैं भांसी जिला मुख्यालय में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से के के रेल लाइन भांसी व दंतेवाड़ा स्टेशन के मध्य रेल्वे लाइन पर पटरी बदलने एवं मरम्मत कार्य में कई स्थानो पर कार्य कराया जा रहा है।जब कुछ स्थानीय पत्रकारों द्वारा कार्यस्थल जहां नाबालिक बच्चों से कार्य कराया जा रहा था

वहीं केंद्र श्रम विभाग द्वारा तय दर अकुशल मजदूरो को 526 रु प्रदाय करने की जगह ठेकेदार द्वारा मात्र 350 रु या 400 रु ही प्रदाय की जा रही है 

इन बलमजदूरों की माने तो जोखिम भरा काम बिना किसी सुरक्षा उपकरण के कराया जा रहा है ना ही हाथ मे दस्ताने है ना पैर के लिऐ जूते ना ही हेलमेट ठेकेदार के द्वारा किसी भी सुरक्षा मानको का ध्यान नहीं दिया जा रहा है 

इससे यह अनुमान लगाया जा सकता हैं की इस कार्य को करने वाले वयस्क एवं बाल मजदूरो का शोषण किस हद तक किया जा रहा है 

दूसरे राज्यों से भांसी में मजदूरी करने आये सैकड़ो मजदूरों की जानकारी व सूची भी भाँसी पुलिस थाने मे जमा नहीं की गई इस मामले मे देखे तो पुलिस थाना की भी बड़ी लापरवाही उजागर हो रही है। नक्सली प्रभावित व संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद इन मजदूरों की परिचय पत्र पुलिस के पास नहीं होना जब की क्षेत्र में लगातार घटनाये बढ़ रही हैं।

भांसी थाना प्रभारी की बर्रजन

भांसी थाना प्रभारी एस.आर. मंडावी :- से मिली जानकारी के अनुसार थाने में मात्र 26 लोगो का ही मुसाफिरी दर्ज है बाकि मजदूरों की कोई जानकारी ठेकेदार व कंपनी ने थाने में नही दिया हैं

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