छत्तीसगढ़राजनांदगांव 

Rajnandgaon News : संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव में महाकाल की पालकी यात्रा

UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, राजनांदगांव। संस्कारधानी नगरी राजनंदगांव में महाकाल भक्त सेना और महाकाल मंदिर समिति सिंघोला द्वारा पवित्र पावन सावन मास में प्रत्येक वर्ष बाबा चंद्र मौलेश्वर महाकाल की पालकी यात्रा अलग-अलग स्थान से निकाली जा रही है। सावन के चौथे सोमवार को शहर के ग्रामीण क्षेत्र सिंगदई से बाबा चंद्र मौलेश्वर महाकाल की पालकी यात्रा निकाली गई, वहां से ग्राम हल्दी और और उसके बाद सिंघोला स्थित उज्जैन की तर्ज पर बने बाबा चंद्र मोलेश्वर के मंदिर में विश्राम होगा।

ग्रामीण क्षेत्र से निकली बाबा चंद्र मौलेश्वर बाबा की शाही पालकी यात्रा से लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। ‌पालकी यात्रा में डीजे, धुमाल, राउत नाच, आदिवासी नृत्य,‌ पंथी नृत्य के अलावा लगभग सभी प्रकार के वाद्य यंत्र रहे। वाद्य यंत्रों में बजने वाली धुनों पर संस्कारधानी के हिंदू संगठन और बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाचते दिखे।‌ हर बार की तरह इस बार भी बाबा चंद्र मलेश्वर की भव्य पालकी में खास तौर पर महिलाओ की भीड़ ज्यादा रही। शाही सवारी पर बाबा चंद्र मौलेश्वर की भक्ति में डूबी संस्कारधानी में ऐसा लग रहा था जैसे कोई त्यौहार हो।

आपको बता दे की महाकाल सेना एवं महाकाल भक्त द्वारा हर साल की तरह इस साल की शहर मे बाबा चंद्र मौलेशव पालकी यात्रा निकल रहा है। शाही पालकी यात्रा का यह पांचवा वर्ष है। ‌लगभग 15 साल पहले से उज्जैन में पालकी यात्रा में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ। वहां से संतो के आशीर्वाद लेकर राजनांदगांव में जनता के सहयोग से बाबा की पालकी यात्रा निकाली जाती है।

राजनांदगांव में हर साल की तरह इस वर्ष भी प्रत्येक सोमवार को महाकाल यात्रा निकाली जा रही है। आज की चौथी महाकाल यात्रा ग्रामीण क्षेत्र से निकाली गई।‌ महाकाल यात्रा से राजनांदगांव ने एक अलग पहचान बना ली है।

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