छत्तीसगढ़रायगढ़

Chhattisgarh : रायगढ़ में हाथी ने ग्रामीण को कुचलकर मार डाला:डोरी बीनने जंगल गया था, सारंगढ़ में दीवार तोड़ा, बुजुर्ग दंपति घायल

UNITED NEWS OF ASIA. रायगढ़।  छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हाथियों ने उत्पात जारी है। शनिवार की सुबह धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथी ने एक ग्रामीण का कुचल दिया। हाथी अचानक सामने आया, ग्रामीण को भागने का मौका नहीं मिला। हाथी ने ग्रामीण को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया।

वहीं दूसरी घटना सारंगढ़ जिले की है। गोमर्डा अभ्यारण्य सारंगढ़ रेंज में हाथियों ने मकान की दीवार को ढहा दिया। इससे बुजुर्ग दंपति घायल हो गए। दोनों पति-पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जंगल डोरी बीनने गया था

धरमजयढ़ वन मंडल में हुई घटना में बताया जा रहा है कि कुडे़केला बीट क्षेत्र में रहने वाला राजू दास महंत डोरी बीनने के लिए गया था। छाल वन परिक्षेत्र के लालाडेरा जंगल से कुछ दूरी पर हाथी से उसका सामना हो गया। हाथी के हमले से उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही विभागीय अमला मौके पर पहुंचा और शव का पंचनामा कर आगे की प्रक्रिया में जुट गई है।

25 हाथियों का दल गांव पहुंचा

गोमर्डा अभ्यारण्य सारंगढ़ रेंज में रात करीब 12 बजे 25 हाथियों का दल बगबंध गांव पहुंच गया। एक घर में महुआ रखा हुआ था। हाथियों ने मकान के एक ओर की दीवार को ढहा दिया। इससे घर में सो रहे चैतराम बहिरा और उनकी पत्नी ननकी दाई घायल हो गई।

घटना की जानकारी मिलते ही गोमर्डा अभ्यारण्य रेंजर सहित पूरा वन अमला मौके पर पहुंचा और हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। वन विभाग के अधिकारियों ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

ड्रोन से कर रहे मॉनिटरिंग

धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज में ग्रामीण की मौत के बाद हाथी की मॉनिटरिंग ड्रोन से की जा रही है। उस पर नजर रखी जा रही है कि वह किस ओर जा रहा है। ताकि ग्रामीणों को पहले ही सूचना दी जा सके।

पुटू-डोरी बीनने जंगल जाते हैं ग्रामीण

विभागीय अमले का कहना है कि मशरूम, पुटू, डोरी का सीजन है। ग्रामीण इस सीजनल सब्जियों को बीनने हाथी प्रभावित क्षेत्र में चले जाते हैं। जिसके बाद उनका सामना अचानक हाथियों से होता है तो हाथी उन पर हमला कर देते हैं।

गांव-गांव में कराई जा रही मुनादी

बताया जा रहा है कि धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की लगातार ट्रेकिंग की जा रही है। ट्रैकर और हाथी मित्र दल के सदस्य हाथियों की निगरानी कर रहे हैं। जिस गांव के करीब हाथियों का दल पहुंचता है, आसपास पूरे क्षेत्र में मुनादी करा दी जाती है। ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो।

बना हुआ है व्हाट्सएप ग्रुप

धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी साल भर रहती है। ऐसे में यहां हाथी प्रभावित रेंज में अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। जिसमें हाथी मित्र दल के सदस्य और हाथी ट्रैकर हाथी की सूचना पोस्ट कर ग्रामीणों तक पहुंचाते हैं। ताकि ग्रामीणों को हाथी की जानकारी मिलती रहे।

हाथियों की समय पर मिले सूचना

धरमजयगढ़ वन मंडल के DFO अभिषेक जोगावत ने बताया कि ग्रामीण डोरी बीनने गया था। तभी हाथी ने उस पर हमला कर दिया। हमारी कोशिश रहती है कि हाथियों की ट्रैकिंग अच्छी हो और हाथियों की सूचना समय पर ग्रामीणों को मिल जाए।

दी गई सहायता राशि

सारंगढ़ गोमर्डा अभ्यारण्य मामले में रेंजर सुरेन्द्र अजय ने बताया कि रात में हाथी महुआ गंध की वजह से उस घर तक पहुंचे और दीवार को ढहा दिया। घायल पति-पत्नी को अस्पताल ले जाया गया और सहायता राशि दी गई है। अभी दोनों की हालत सामान्य है। धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की स्थिति की बात करें तो यहां कुल 39 हाथी हैं। जिनमें 14 नर, 12 मादा और 13 शावक हैं।

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page