UNITED NEWS OF ASIA. दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में श्रीराम उर्फ मंत्री यादव हत्याकांड में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात की तह तक जाने के लिए दुर्ग कोतवाली पुलिस आरोपी अजय यादव और चंदू दुबे को घटना स्थल पर लेकर गई।
वहां जब आरोपी वारदात के बारे में बता रहे थे, उस समय मंत्री यादव के लड़के और परिवार के लोग आ गए। उन लोगों ने आरोपियों से गाली गलौज शुरू कर दी। बाद में पुलिस दोनों आरोपियों को बीच से ही थाने लेकर लौट गई।
यादव हत्याकांड केस में चाचा-भतीजा गिरफ्तार
दुर्ग कोतवाली पुलिस और क्राइम की टीम ने मंत्री यादव हत्याकांड मामले में सबसे पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामले के मुख्य आरोपी चाचा अजय दुबे और उसका भतीजा चंदू दुबे फरार थे। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया और शनिवार को कोंडागांव जिले से गिरफ्तार किया।
21 मई को पार्किंग ठेकेदार की हत्या
इसके बाद क्राइम की टीम ने दोनों आरोपियों को दुर्ग कोतवाली पुलिस के हवाले किया। कोतवाली थाने में दोनों आरोपियों से मामले में कड़ी पूछताछ की गई। दोनों आरोपियों से पूछा गया कि उन्होंने बीते 21 मई को गंजपारा में पार्किंग ठेकेदार मंत्री यादव की हत्या को किस तरह से अंजाम दिया।
चाकू से गोदकर हत्या की गई
पूछताछ करने के बाद पुलिस रविवार को अजय और चंदू दुबे को लेकर गंजपारा में उस जगह लेकर गई, जहां उसकी चाकू से गोदकर हत्या की गई। वहां आरोपियों ने बताया कि उन्होंने किस तरह से घटना को अंजाम दिया है।
पुलिस को आरोपियों को लेकर थाने लौटना पड़ा
पुलिस को जब आरोपी वारदात के बारे में बता रहे थे, वहां मंत्री यादव के लड़के और परिवार के लोग आ गए। उन्होंने पुलिस के सामने अजय दुबे और चंदू दुबे को गालियां देनी शुरू कर दी। कोतवाली पुलिस ने उनको रोका और समझाइश दी, लेकिन वो लोग उसके बाद भी नहीं माने। मामला बढ़ता देख पुलिस आरोपियों को कोतवाली थाने लौट गई।
पांच आरोपी अब तक हो चुके गिरफ्तार
दुर्ग पुलिस ने इस मामले अब तक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या के दो दिन बाद ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। क्राइम टीम ने आरोपी अक्षत उर्फ मान्या दुबे को सेक्टर 9 भिलाई, शुभम शर्मा उर्फ पंडित को बागनदी राजनांदगांव, वंश राजपूत को दुर्ग से पकड़कर न्यायिक अभिरक्षा में शनिवार को भेजा।
इसके बाद अमिताभ उर्फ चंदू दुबे और अजय दुबे कोंडागांव से पकड़कर कोतवाली थाने को शनिवार को सौंपा गया। जिन्हें न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
इसमें मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे के भतीजे अक्षत उर्फ मान्या दुबे, शुभम शर्मा उर्फ पंडित और वंश राजपूत शामिल है। इसके बाद कोंडागांव से अजय दुबे और चंदू दुबे को गिरफ्तार किया गया।
वारदात को अंजाम देकर ओडिशा भाग गया था अजय
वारदात को अंजाम के बाद हिस्ट्रीशीटर अजय दुबे अपनी पत्नी, बेटे और भतीजे को लेकर दुर्ग से भाग गया था। अजय दुर्ग से भागकर अपने ननिहाल कोंडागांव पहुंचा था। जहां अपनी पत्नी, बेटे और आरोपी भतीजे चंदू को वहां छोड़कर खुद ओडिशा भाग गया था।
क्राइम टीम लगातार उसकी तलाश करती रही। ओडिशा उमरकोट पहुंचने के बाद उसने अपने मोबाइल को बंद कर दिया था, जिससे उसका लोकेशन पुलिस ना जान सके। जब पुलिस वहां पहुंची तो वो उन्हें चकमा देकर भाग गया।
उमरकोट के पास के गांव से भागने के बाद अजय दुबे वापस अपने ननिहाल कोंडागांव पहुंचा। जहां उसकी पत्नी, बेटा और आरोपी अमिताभ उर्फ चंदू दुबे था। क्राइम टीम ने कोंडागांव से ओडिशा के उमरकोट तक पांच दिन पीछा करके उसे और उसके भतीजे अमिताभ उर्फ चंदू दुबे को कोंडागांव से गिरफ्तार किया है।