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Raipur में 2 मौतों का मामला 37 घंटे बाद सुलझा:परिजन को शांत कराने रात 1 बजे पहुंचे गृहमंत्री; अशोका बिरयानी प्रबंधन पर केस दर्ज

United News Of Asia. रायपुर। रात 1 बजे रायपुर के तेलीबांधा स्थित अशोका बिरयानी में दिनभर से न्याय के लिए रोते-चीखते परिजनों के आंसू सुख चुके थे। दिन भर नारे लगा रही आवाजें भी थम चुकी थी। फिर अचानक खबर आई कि छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा यहां पहुंचने वाले हैं। उनके आने की सूचना मिलते ही रायपुर कलेक्टर और SSP भी मौके में पहुंच गए।

जैसे ही गृहमंत्री विजय शर्मा कार से उतरकर परिजनों के पास पहुंचे, मृतकों के परिजन उन्हें देखते ही बिलख बिलख कर रोने लगे। उनके सामने खड़े होकर दोनों हाथों को जोड़कर एक बहन अपने मरे हुए भाई के लिए न्याय मांगने लगी। उसने कहा- मेरा भाई जैसा कोई नही…मैं उसे लेकर कहीं नहीं जाऊंगी।

गृह मंत्री ने बगल में खड़े रायपुर SSP से बात की। ADM से कहा कि परिजन की जो मांग है, उसे फौरन पूरा करिए, डू इट राइट नाउ। लहजा सख्त था। लिहाजा, प्रशासन एक्शन में आया। परिजनों से फिर एक बार नए सिरे से चर्चा शुरू हुई।

2 कर्मचारियों की मौत का मामला 37 घंटे बाद मामला सुलझ गया। होटल में लाश के साथ प्रदर्शन कर रहे मृतकों के परिजन को होटल मालिक समेत प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिला। पुलिस ने अशोका बिरयानी के मालिक समेत चार लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।

इसके साथ ही अशोका बिरयानी प्रबंधन दोनों कर्मचारियों के परिजन को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देगा। आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता भी देना होगा। इसके बाद परिजन शनिवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे लाश को लेकर अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।

मृतकों में एक सुपरवाइजर था और दूसरा इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रहा था।
मृतकों में एक सुपरवाइजर था और दूसरा इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रहा था।
  • 18 अप्रैल को गटर की सफाई के दौरान हुई थी मौत

18 अप्रैल को दोपहर 12 बजे तेलीबांधा पुलिस को सूचना मिली कि अशोका बिरयानी सेंटर में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है। शुरुआत में बताया गया कि गटर की सफाई के दौरान कर्मचारी बेहोश हो गए। जब वे काफी देर तक बाहर नहीं आए, तो होटल में काम करने वाले दूसरे कर्मचारी गटर के पास गए।

आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं आया। जिसके बाद दूसरे कर्मचारियों को भी नीचे उतारा गया। उन्होंने गटर में उतरकर दोनों को रस्सी के सहारे बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों कर्मचारियों नीलकमल पटेल और डेविड साहू को एक निजी हॉस्पिटल भिजवाया। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

18 अप्रैल को इसी गटर में हादसा हुआ था, दोनों कर्मचारियों की मौत हुई थी।
  • परिजन ने होटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए

दूसरी ओर इस घटना के बाद परिजन ने होटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। परिजन ने कहा है कि ये एक हादसा नहीं बल्कि हत्या है। जब एक व्यक्ति की अंदर मौत हो गई, तो उसे निकालने के लिए जबरन दूसरे को धकेला गया। प्रबंधन पर आरोप लगे कि दोनों को बिना सुरक्षा उपकरण के साफ-सफाई के लिए गटर में उतारा गया। उन्होंने होटल मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की।

  • होटल वालों ने कहा था- गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया है

इस घटना में धमतरी जिले के रहने वाले 19 साल के डेविड साहू की की जान गई। डेविड की बड़ी बहन खुशी साहू ने बताया कि मौत के बाद अशोका बिरयानी वालों का उनके पास फोन आया। उन्होंने कहा कि आपके भाई का गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया है। कुछ देर बाद उन्होंने फिर एक झूठ कहा कि आपके भाई का पैर फिसल गया, वो गटर में गिर गया है। ऐसे ही वे लगातार हमे गुमराह करते रहे।

शुक्रवार को दोपहर 11 बजे से लेकर शनिवार सुबह 4.30 बजे तक चला परिजन का प्रदर्शन।
शुक्रवार को दोपहर 11 बजे से लेकर शनिवार सुबह 4.30 बजे तक चला परिजन का प्रदर्शन।
  • 20 मिनट तक अधमरी हालत में इधर-उधर करते रहे

खुशी ने कहा कि जब दोनों (नीलकमल और डेविड) को गटर से बाहर निकाला गया तो एक की मौत हो चुकी थी। दूसरा अधमरी हालात में था। होटल वाले 20 मिनट तक उसे इधर से उधर करते रहे। उसे ट्रीटमेंट नहीं मिला, देर हो गई। फिर जब अस्पताल पहुंचाया गया तो कोई रुबीना नाम की होटल स्टाफ ने आधार कार्ड मांगा। हमने कहा कि ट्रीटमेंट तो शुरू करवाइए।

  • 6 बहनों में अकेला भाई था डेविड साहू

खुशी ने बताया कि डेविड 6 बहनों के बाद एक अकेला भाई था। घर की सबसे छोटी बहन की अभी शादी नहीं हुई है। उस पर घर चलाने और अपनी बहन की शादी की भी जिम्मेदारी थी। डेविड के पिता बुजुर्ग हो गए हैं। वही अकेला घर को आर्थिक रूप से सपोर्ट करता था।

  • डेढ़ साल के बच्चे का पिता था मृतक नील

इस घटना में अपनी जान गंवाने वाला नील कुमार पटेल (30 वर्ष) जांजगीर चांपा का रहने वाला था। नील के भाई दिनेश पटेल ने बताया कि नील अशोका बिरयानी में इलेक्ट्रीशियन था। इसके बाद भी उसे गटर में उतारा गया। घटना के बाद होटल प्रबंधन ने उसे भी लगातार गुमराह करते हुए मौत की अलग-अलग वजह बताई। नील का डेढ़ साल का बच्चा है।

शनिवार सुबह साढ़े 4 बजे लाश को लेकर परिजन अंतिम संस्कार के लिए अपने पैतृक गांव रवाना हो गए।
  • कहा- होटल मालिक से बात करने के बाद होगा अंतिम संस्कार

दोनों मृतकों के परिजन की मांग थी कि घटना के 24 घंटे बाद भी होटल मैनेजमेंट का कोई भी व्यक्ति उनसे बात करने नहीं आया। उन्होंने कहा कि जब तक मैनेजमेंट का कोई जिम्मेदार व्यक्ति हमसे बातचीत नहीं करेगा, तब तक हम भी शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

  • मैनेजमेंट ने CCTV कैमरा खराब होने की बात कही

बताया जा रहा है कि होटल प्रबंधन ने परिजन को CCTV कैमरे खराब होने की बात कही। इसके अलावा मृतक के परिजन कह रहे हैं कि बॉडी में कई जगह चोट के निशान हैं। इन दोनों बातों से परिजन मैनेजमेंट पर संदेह जता रहे हैं।

इस मामले में साहू समाज के लोगों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया था।
  • कई संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन

इस मामले में साहू समाज और छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए अशोका बिरयानी के सामने धरना दिया। साहू समाज के युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष देवदत्त साहू ने कहा कि दोनों की मौत से समाज में काफी आक्रोश है। ये गटर सफाई करने वाले नहीं थे। उनके शरीर पर चोट के निशान भी हैं।

उन्होंने दोनों परिवारों को प्रबंधन की ओर से 1-1 करोड़ रुपए मुआवजा दिलाए जाने की मांग की थी। इसके अलावा मैनेजमेंट पर केस दर्ज करने की मांग की थी।

शुक्रवार दोपहर 11 बजे से शनिवार सुबह साढ़े 4 बजे तक प्रदर्शन

प्रदर्शन शुक्रवार दोपहर 11 बजे से शनिवार सुबह साढ़े 4 बजे तक चला। शुक्रवार की शाम को 9 बजे के करीब रायपुर ग्रामीण के विधायक मोतीलाल साहू प्रदर्शनकारियों के साथ धरने पर बैठ गए। करीब 3 घंटे बाद धरसींवा विधायक अनुज शर्मा भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम भी लगातार उन्हें समझाती रही, लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं हुए।

गृह मंत्री विजय शर्मा ने परिजन को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
  • शुक्रवार देर रात 1 बजे मौके पर पहुंचे डिप्टी सीएम

परिजन के प्रदर्शन करने की सूचना मिलने के बाद डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा के पास पहुंची। वे मौके पर परिजनों की मांग जानने और धरना खत्म करवाने पहुंच गए। उन्होंने परिजन को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

  • बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने एमडी केके तिवारी, CEO सनाया तिवारी, GM रोहित चंद समेत ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर नामजद FIR दर्ज की है।

अशोका बिरयानी प्रबंधन ने मृतकों के परिजन को 15-15 लाख रुपए मुआवजा समेत आजीवन 15-15 हजार रुपए महीने गुजारा भत्ता देने का लिखित आश्वासन दिया है।
  • परिजन ने की थी 1-1 करोड़ के मुआवजे की मांग

परिजनों की मांग थी कि दो जवान व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रबंधन को उन्हें एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देना चाहिए। हालांकि जिला प्रशासन के प्रयासों से कई दौर की बातचीत के बाद उन्हें 15-15 लाख रुपए मुआवजा और 15-15 हजार रुपए आश्रितों को हर महीने अशोका बिरयानी प्रबंधन की ओर से गुजारा भत्ता देने पर सहमति बनी।

 


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