
कवर्धा. चुनावी साल में शासकीय कर्मचारी की विभिन्न मांगे सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह और किए गए कार्यों को अधूरा सा कर देता है । आए दिन किसी न किसी शासकीय सेवा कार्य में जुड़े नियमित हो या संविदा, दैनिक वेतन भोगी सहित कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार से अपनी बातों को मजबूती से रखते हुए दिख रहे है । अब इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग का भी नाम जुड़ गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लिखे पत्र में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नर्सिंग संवर्ग व चिकित्सकों ने अपनी मांगों के संबंध में जानकारी दी है। कई दफे पत्राचार किया गया है, लेकिन आज पर्यन्त तक मांग लंबित है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की मांगों को शासन-प्रशासन द्वारा नजरअंदाज किया जाता रहा है। साथ ही अभी हाल ही में अनुपूरक बजट में भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की उपेक्षा की गई है। छग स्वास्थ्य फेडरेशन का अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन 11 अगस्त को एक दिवसीय प्रांतव्यापी व 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन प्रस्तावित है।
वेतन विसंगति को दूर करने की मांग
छग स्वास्थ्य फेडरेशन की मांगों की बात करें, तो प्रमुख रूप से वेतन विसंगति को दूर किया जाए। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक व स्टाफ नर्स की वेतन विसंगति विभाग द्वारा प्रस्तावित वेतनमान अनुरूप किया जाए। अतिरिक्त कार्य अवकाश दिवस का भुगतान, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी को शनिवार व रविवार अतिरिक्त कार्य, राष्ट्रीय व स्थानीय अवकाश के दिन भी अपनी सेवा देते हैं। जबकि अन्य विभाग में शनिवार रविवार के साथ-साथ राष्ट्रीय व स्थानीय अवकाश भी प्राप्त होते। इन पर सरकार को गंभीरता पूर्वक विचार किया जाना चाहिए।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :