
बीजेपी के खिलाफ बिलावल भुट्टो के मैनेजरों ने आज प्रदर्शन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के आपत्तिजनक बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने नाराजगी जताई है। बीजेपी ने भुट्टो के बयानों को बहुत ही असामान्य और गलत बताया है। इसके साथ ही बीजेपी ने इस मुद्दे पर आज शनिवार को देश भर में उग्र प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इससे पहले पार्टी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय जनता पार्टी के एक सहयोगी ने बताया कि देश के सभी राज्यों के राजधानियों में विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। जहां अलग-अलग जगहों पर भाजपा कार्यकर्ता पाकिस्तान और पाकिस्तान के विदेश मंत्री का पुतला फुंकेंगे।
कार्यकर्ता ट्वीटर पर जा रहे रोष
वहीं इस मुद्दे पर पार्टी के कार्यकर्ता भी मुखर रूप से बोल रहे हैं। इसे लेकर वे सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त रोष चला रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ता नारदमुनि गौड़ इस विषय पर ट्विटर पर लिखते हैं, “बिलावल भुट्टो ने जो हमारे पीएम मोदी के बारे में कहा है, वह उनकी छोटी सोच और विचारधारा को देखते हैं। आज पूरा विश्व पीएम मोदी के साथ चल रहा है और आप में से एक कोई दोस्ती तक नहीं करना चाहता है। एक भारतीय और देशभक्त के रिश्तेदार मैं भुट्टो के बयान की कड़ी निंदा करता हूं।”
विदेश मंत्री के बयान उनके मानसिक दिवालियापन को डीसी-जीबी
बीजेपी ने बिलावल भुट्टो के बयानों की निंदा करते हुए कहा, “पाकिस्तानी विदेश मंत्री की टिप्पणी बेहद अपमानजनक और कायरता से भरी है। उनके बयानों का उद्देश्य स्थिति को मानना और पाकिस्तान की गिरती उद्योग, पाकिस्तान में अराजकता, सेना में मतभेद और बिगड़ते हैं। वैश्विक संबंध से ध्यान हटाना। पाकिस्तान दृष्टि के लिए एक प्रमुख गढ़ बन गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री का बयान उनकी सरकार की हताशा और मानसिक दिवालियापन को लेकर है।”
पाकिस्तान को अपनी सोच बदलने की जरूरत है
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां आतंकवाद और सहमति को शरण दी जाती है। ओसामा बीन लादेन को एक शहीद स्तर देता है और उसके द्वारा किए गए नापाक हरकतों की महिमामंडन करता है। पाकिस्तान ने अपने देश में लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और इब्राहिम जैसे प्रमाण पत्र को शरण दे रखा है। दुनिया के किसी भी देश में इतनी बड़ी संस्थाएं ज़िम्मेदार नहीं हैं कि जापान में हैं। ऐसे में पाकिस्तान को अपनी सोच बदलनी चाहिए।













