
इस खबर को सुनिए |
यदि हमारे भोजन सही तरीके से पाच नहीं पाते हैं, तो हमें कई तरह के रोग होने का अनुमान लग जाता है। लीकी गट सिंड्रोम उनमें से एक है। यह एक पाचन स्थिति है, जिसमें आंतों की बैक्टीरिया और पदार्थ पदार्थों को रक्त प्रवाह में जाता है। यह सिस्टम की लाइनिंग की सर्वोच्चता को प्रभावित करता है। यह क्रोहन और अन्य संस्थाएं भूमिका निभा सकती हैं। गट न्यूट्रिसनिष्ट बताते हैं कि गर्मी में जाम और गोंद कतीरा पीने से लीकी गट की समस्या से राहत मिल सकती है।
लीकी गट क्या है लीकी गट
हार्मोन संतुलन और गट स्वास्थ्य डायटीशियन मनप्रीत अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताते हैं, ‘लीकी गट एक ऐसी स्थिति है, जहां आंत की लाइनिंग आवश्यकता से अधिक परमिएबल हो जाती है। इसके कारण बिना किसी दूषित पदार्थ, स्पर्शोन्मुख पदार्थों और अन्य पदार्थों का ब्लड फ़्लो में जुड़ाव महसूस होता है। यह मुक्त प्रणाली को पक्का कर सकता है और सूजन को जन्म दे सकता है।
ब्रेकफास्ट और दोपहर के खाने के बीच हेल्दी ड्रिंक लिया जाता है
कई खाद्य पदार्थ लीक के जुड़ाव को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। मनप्रीत के अनुसार नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच में जंबो और गोंद कतीरा खींचा जाना चाहिए। गट हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए मध्याह्न पूर्व भोजन के रूप में लगभग 11 लोगों का आनंद लिया जा सकता है। यह मैजिकल आकर्षित करने वाली सेंसिटिविटी, इम्युनिटी डाइजेशन और न्यूट्रीट के एबजोर्पशन को बढ़ावा देता है।
यहां पर जंबो और गोंद कतीरा खींच कर तैयार करने की विधि है
जरूरी सामग्री
जामुन – 4-5
गोंद कतीरा – 1 बड़ा चम्मच
तुलसी के बीज – 1 छोटा चम्मच भीगे हुए
नारियल पानी – 200 मिली
इस तरह तैयार करें
जून के बीज निकाल कर अच्छी तरह से मैश कर लें।
गोंद कतीरा को भी 2 चक्कर पानी में घोलने के लिए डाल दें।
एक घंटे बाद यह अच्छी तरह घुल जाएगा।
एक गिलास पानी में मैश किए हुए जंब और गोंद कतीरा मिक्स कर लें।
इसमें तुलसी के बीज भी मिले लें।
मिलने के बाद यह आकर्षित होकर तैयार हो गया। इसे खाने के पेशेंट भी ले जा सकते हैं।
जानिए आपके लिए क्यों लाभ है यह विशेष समर कूलेंट (समर कूलेंट)
जाम (ब्लैक प्लम)
जॉब विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस जैसे भरपूर मात्रा में होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर त्वचा और बालों में सुधार करता है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।जामुन पाचन को बढ़ावा देकर वजन में कमी में मदद करता है। यह शरीर से अत्यधिक वसा को आसानी से हटा देता है।
गोंद कतीरा (Gond katira)
गोंद कतीरा में फाइबर, सोडियम और विटामिन डी भी मौजूद होते हैं। ये भरोसे सिस्टम को मजबूत करते हैं। आंत के स्वास्थ्य और पाचन के लिए गोंद कतीरा सबसे अधिक बढ़ रहा है।

इसमें लैक्सेटिव गुण होते हैं। यह कब्ज की रोकथाम में सहायता करते हैं। गोंद कतीरा एंजाइम पाचन में सहायता करते हैं और बोवेल्वमेंट को कंट्रोल करते हैं।
नारियल पानी (नारियल पानी)
नारियल पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे- पोटेशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, यूनेस्को एसिड और साइटोकिनिन से भरपूर होता है।

यह अन्य रसों के विपरीत कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट और शुगर में कम होता है। यह पाचन तंत्र को भी विश्लेषित करता है।
तुलसी के बीज (तुलसी के बीज)
ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं तुलसी के बीज। वजन कम करने, हृदय स्वास्थ्य और पाचन तंत्र में सुधार, तनाव कम करने में यह मदद करता है। तुलसी के बीज ग्लूकोज लेवल, ब्लड प्रेशर और लिपिड लेवल को नियंत्रित कर मेटाबोलिज्म में मदद करते हैं।
यह भी पढ़ें :- मखाना रेसिपी : खाना चाहते हैं कुछ लोग और हेल्दी, तो ट्राई करें 3 मखाना रेसिपीज













