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गर्मी का मौसम ही आपके साथ कई बीमारियों को लेकर आता है। दिनभर पसीना और त्वचा पर चिपचिपी रहने के अलावा सूखी खांसी की समस्या भी ऐसे मौसम में बढ़ने लगती है। बाए रही तपन के कारण ठण्डी चीजों का चलन और चकबंदी में बैठने से अक्सर बच्चों और बड़ों को इस समस्या से दो चार लोग खड़े होते हैं। इसका प्रभाव सबसे पहले गले पर नजर डालता है। देखते ही देखते गले का दर्द खांसी, जुकाम और बुखार में बदल जाता है। इससे गले में घिसने वाला बैक्टिरिया थकान, शरीर में दर्द और कई तरह के रोग बढ़ते जा रहे हैं। जानिए इन योजनाओं से मुक्ति पाने के कुछ आसान और अनुबंधित उपाय (सूखी खांसी से कैसे निपटें)।
यहां हैं सूखी खांसी से राहत पाने वाले 5 घरेलू उपाय
1. हल्दी
एंटी बैक्टिरियल और एंटी इंफ्लामेंटरी गुणों से भरपूर गले की चिकित्सा और सूजन को दूर करने का काम करती है। इसमें निहित करक्यूमिल सांस की बीमारियों में भी आनंद पहुंचाने का काम करता है।
उपाय कैसे करें
गले में जलन से बचने के लिए दूध में छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से गले का संकमण दूर होने लगता है। इसके प्रभावों में भी लाभ मिलता है।
2. गर्म पेय पदार्थ
गर्मी में खुद को दर्ज करना बहुत जरूरी है। ऐसे में ठण्डे और प्रिजवेटिव्स से युक्त पदार्थों की जगह गुनगुना या संदीप पानी पीएं। इसके अलावा गले के दर्द को दूर करने के लिए ग्रीन टी दिन में दो बार बेशक पीएं। ग्रीन टी में रोजमेरी के पत्ते और मिंट लीव्स को भी शामिल किया जा सकता है। पुदीने की पत्तिया गले में जमा होने वाला ओबामा को दूर करने का काम करती है।
उपाय कैसे करें
ग्रीन टी पीने में पुदीने वर्कबुक को एड करके सोर शॉट की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा अश्वगंधा, पुदीने की पत्तिया, मुलेठी और सौंठ को छतकर पीने से भी गले का संक्रमण दूर होता है। आप चाहे, तो इसमें फ्लेवर एड करने के लिए शहद की गुडलेस को भी एड कर सकते हैं। शहद में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट शरीर को फायदा पहुंचाने का काम करते हैं। साथ ही गले में मौजूद इंफेक्शन को शांत करता है।
3. कच्चे प्याज
ड्राई कैफे की समस्या से शुरू होने के लिए प्याज का सेवन करें। कच्चे प्याज़ के कफ की समस्या दूर करने में साबित होती है। गले के साथ कच्चे प्याज खाने के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
कैसे मजबूत करें
आप असहमत हों, तो सलाहकार में संपत्तियों को ग्राइंड कर लें और फिर उसे छन्नी से छान लें। इससे खतरनाक रस की तासीर ठण्डी होती है। जो गर्मियों में शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। साथ ही गले की दवा को मिटाता है। इसके अलावा प्याज के छोटे मोहरे को पानी में लें। कुछ देर उपने के बाद उसे छान लें। उस रस को सामान्य करने के बाद दिन में दो से तीन बार पी सकते हैं। रस के अलावा आप कच्चे प्याज को भी खा सकते हैं।

4.स्टीम लें
सूखे कफ के साथ अक्सर लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है और परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में एक सख्त उपाय है। बच्चे हो या बड़े अधिकतर डॉक्टर सलाह से नेबुलाइज़र का उपयोग करते हैं। इससे भी जल्द ही शरीर को बहुत राहत महसूस होने लगती है।
इसके लिए एक नोट में पानी गर्म कर लें और उसमें नमक मिला दें। इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसके अलावा, स्टीमर में हाइलाइट की रूपरेखा तैयार करने वाली दवाओं से भी आप स्टीम ले सकते हैं। गर्मी के मौसम में गले को राहत देने के लिए आप एंटी बैक्टिरियल गुणों से युक्त तुलसी और नीम के क्रेज को भी पानी में शेंग स्टीम ले सकते हैं।
5. गिलोय
गिलोय की लकीर से लेकर जड़ और ताना, हर चीज आयुर्वेद की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। एंटी.इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर गिलोय का रस खांसी के उपचार में दिया जाता है। इलेक्ट्रोलाइट सिस्टम को क्रिएट करने के लिए आप गिलोय का प्रयोग कर सकते हैं। यह नियमित सेवन से शरीर की संक्रामक बीमारियों से दूर रहता है।
कैसे सेवन करें
आप तीन प्रकार से गिलाय का सेवन कर सकते हैं। इसे पानी में खोलकर, जूस के रूप में और चूरन की तरह। गले में दवा और दर्द को दूर करने के लिए रोजाना एक चम्मच गिलोय के रस पीनट के साथ एक चम्मच पानी लें। एंटीएलर्जी के रूप में काम करने वाले गिलोय के डर को आप घर पर भी गम में उगा सकते हैं। ये कई तरह से हमारे शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
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