बेकरी की दुकानें, मटन आउटलेट्स, चिकन घोषणाएं, रेडीमेड गारमेंट्स और क्राकरी स्टोर्स पर ग्राहकों की अच्छी निगाहें हैं। दुकानदारों ने प्रभासाक्षी से बात करते हुए बताया कि खराब मौसम से बिक्री पर असर पड़ता है लेकिन लोग खरीदारी के लिए निकल रहे हैं।
कश्मीर में इन दिनों ईद-उल-फितर की रौनक देखते ही बन रही है। कश्मीर के सारे बाजार इन दिनों खरीदारों की भीड़ से गुलजार हैं क्योंकि पवित्र रमजान का महीना अब समाप्त होने वाला है और लोग ईद को जोरशोर से मनाने की तैयारी में लगे हैं। हालांकि कश्मीर में दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है लेकिन लोगों का खरीदारी का उत्साह कम नहीं हुआ है। इस बार शुक्रवार या शनिवार को ईद मनाए जाने की उम्मीद है।
बेकरी की दुकानें, मटन आउटलेट्स, चिकन घोषणाएं, रेडीमेड गारमेंट्स और क्राकरी स्टोर्स पर ग्राहकों की अच्छी निगाहें हैं। दुकानदारों ने प्रभासाक्षी से बात करते हुए बताया कि खराब मौसम से बिक्री पर असर पड़ा है लेकिन लोग खरीदारी के लिए निकल रहे हैं इसलिए हमें उम्मीद है कि इस बार कारोबार अच्छा रहेगा। वहीं लोगों ने आपस में बातचीत के दौरान इस बात पर नाखुशी का कारण बताया कि एड की पूर्व संध्या पर सभी सेल की सेल काफी बढ़ गई है।
हम आपको यह भी बताते हैं कि कश्मीर घाटी में रहमतों की रात माने जाने वाले ‘शब-ए-कद्र’ पर लोगों ने इबादत की और इस जंगल पर श्रीनगर में ऐतिहासिक जामा मस्जिद में भी सामूहिक प्रार्थना की अनुमति दी गई। जुमा-तुल-विदा के दौरान यहां नमाज पर पाबंदी थी। यह 2019 के बाद पहला मौका है, जब 14वीं शताब्दी में बनी मस्जिद में शब-ए-कद्र इबादत की अनुमति दी गई। इस मुस्लिम मुस्लिम ने घाटी में मस्जिदों और धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना और कुरान की पढ़ाईं। डीएल झील के किनारे हजरतबल दरगाह में सबसे ज्यादा देखी गई। अनुज्ञाब है कि सभी पैगम्बर मोहम्मद के पवित्र तथ्य रखे गए हैं।