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महिलाएं अपनी फिटनेस को लेकर बेहद संजीदा रहती हैं। घबराहट से लेकर पीरियड पेन तक हर चीज का ख्याल रखने के लिए महिलाएं कई तरह के योग और व्यायाम का सहारा लेती है। दरअसल, कई सी बैक्टीरिया पेट से जुड़े होते हैं। अगर ये समय रहते रोकथाम नहीं की जाती है, तो गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकती हैं। पेट की मांसपेशियों को दबाने के लिए नाव संचलानासन एक मजबूत उपाय है।
इस योगासन को पीरियड्स के दौरान करने से बचें। नाव चलाने की तरह बॉडी को आगे की ओर झुकाकर जाने वाले इस आसन को करने से कई फायदे मिलते हैं। जानते हैं, इसे करने का तरीका और इससे जुड़े उपाय भी।
नौका संचालानासन
नौका और आसन को मिलाकर बने नौकासन को करने से पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण बढ़ता है। इससे शरीर में मौजूद सभी टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं। ज़मीन पर सीधे नौका के समान शरीर को ले जाया जाता है। दोनों हाथों की मुठठियां रहने वाले हाथों को आगे पीछे करने से पूरा शरीर आगे और पीछे आंदोलन करता है। इससे शरीर को कई फायदे मिलते हैं। जानिए इसके फायदे और इसे करने का तरीका।
नौका संचलानासन यानी रोईग द बोट पोज के फायदे
डाइजेस्ट सिस्टम में सुधार
इस आसन को करने के दौरान पेट की मांसपेशियों में खिंचाव दिखता है। शरीर पूरी तरह से खिंचता है, जिससे पाचन में सुधार दिखने लगता है। इससे शरीर में बनने से एसिडिटी और सिक्सी.इंटेस्टाइनल समेत अन्य बीमारियों से मुक्ति मिल जाती है।
यह रेगुलेट करता है
पीरियड्स में होने वाली पेन और अलिंद पीरिड्स की समस्या दूर हो जाती है। निरंतर योगाभ्यास हारमोन्स संतुलन करने का काम करते हैं। आप अपने शरीर के साथ-साथ गुणवान व्यक्तियों से भी दूर हो जाते हैं।
मांसपेशियों के निर्माण में आपूर्ति
शरीर में सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं। इसे करने से पीठ, कंधे और टांगों के मसल्स स्ट्रॉन्ग बन हो जाता है। इससे शरीर के अंगों में होने से ऐंठन से भी मुक्ति मिलती है। इससे हम स्ट्रिंग और स्पाइन में खिंचाव महसूस करते हैं।
रिमूव एनर्जी ब्लॉक्स
योगासन करने से शरीर में जगह आने वाली स्टिफलस और ब्लॉकेज से आप दूर होने लगती हैं। इसके अलावा मेडिटेशन के जलवे भी आप शरीर में एनर्जी के प्रवाह को बेहतर बना सकते हैं।
पोस्ट नेटल में रिकवरी भी सहायक है
पोस्ट नेटल योगा बॉडी को एक बार फिर से हेल्दी बनाने का काम करता है। इसके अलावा ये शरीर का संतुलन बनाए रखता है। नौकायानासन शरीर में खोई एनर्जी को वापस ले जाता है।

नाव संचालानासन करने का तरीका
यह योगासन करने के लिए दोनों पैरों को फैलाकर मैट पर बैठ जाएं। इसके बाद चलने के तरीके से मेरे हाथ आगे बढ़ेंगे।
अब अपनी खींची हुई लें लें और गहरी सांसें लेते हुए नाव सीखें जैसा महसूस करें। सांस रुकते और सीधे होते हुए, रुकते हुए आगे की ओर झुकें।
फिर से सांस भरें और हाथों को जमा की ओर लाएं, जहां तक संभव हो फिर से आगे की कोशिश करें। फिर से सांस छोड़ें और आगे की ओर झुकें।
इस योगासन के दौरान पैरों को सीधा रखें। इसके 10.15 राउंड करें और फिर रिवर्स भी करें।
इन परिस्थितियों में न करें यह आसन
अगर आप लो ब्लड प्रेशर की शिकार हैं, तो इससे बचना आसान है।
लोअर बैक में हर समय दर्द रहता है, तो इस योगासन को करने से परहेज करें। विशेष रूप से, इसे करने से कम बैक पर खिंचाव महसूस होता है।
पेट की कोई सर्जरी के बाद इस आसन को न करें। इससे पेट की मांसपेशियों में खिंचाव आने वाला है।
सिरदर्द या माइग्रेन की स्थिति में इस आसन को न करें। दरअसल, इससे शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है। इससे सिरदर्द बढ़ सकता है।
गर्भवती हैं मासिक धर्म से विवाहित हैं, तो इस योगासन को न करें।
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