जम्मू से करीब 55 किलोमीटर दूर गोलपत्तन-चीनोर क्षेत्र में सीमा पर लगी है बाड़ के दोनों तरफ करीब 2,300 एकड़ जमीन जमीन पर निर्भरता कृषि विभाग के बीज गुणन फार्म जीरो लाइन पर स्थित है, जहां गेहूं की आकृति के लिए आदमी और मशीन से काम ही में आ गए।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर साल भर के संघर्षविराम के कारण बनी शांति के बीच जम्मू-कश्मीर के गजनसू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीमा से सटे इलाके में शनिवार से व्हीट का फिगर हो गया। जम्मू से करीब 55 किलोमीटर दूर गोलपत्तन-चीनोर क्षेत्र में सीमा पर लगी है बाड़ के दोनों तरफ करीब 2,300 एकड़ जमीन जमीन पर निर्भरता कृषि विभाग के बीज गुणन फार्म जीरो लाइन पर स्थित है, जहां गेहूं की आकृति के लिए आदमी और मशीन से काम ही में आ गए। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर पिछले साल से संघर्षविराम जारी है।
इसने जम्मू कश्मीर में सीमा पार गोलाबारी के लगातार डर के साए में रहने वाले सीमावर्ती निवासियों के बीच एक कार्य भविष्य की उम्मीद फिर से दुनिया को दी है। युद्ध विराम की घोषणा दोनों सेना ने गत 25 फरवरी को संयुक्त बयान में जारी की थी। चिनोर स्थित बीज गुणन फार्म के प्रबंधक कुलदीप राज ने पीटीआई-से कहा, हमने इस खेत में गेहूं की फसल की चराई शुरू कर दी है। हमारी सफलता पक चुकी है। हमें इस खेत में चारकोल करने में पूरे दिन कुछ गलतियाँ।
उन्होंने कहा कि सीमा पर लगे बाड़ के दोनों ओर 2,290 एकड़ ज़मीन पर चारे हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ”इस दिशा में सिलाई पूरी होने के बाद, हम बी विपक्ष के सहयोग से 280 एकड़ क्षेत्र में जंजीरों के पार होंगे। की बाड़ के पार अपनी जमीन पर खेती करने और सफलता काटने की अनुमति देते हैं। जम्मू और कश्मीर सरकार का बीज गुणन फार्म, समग्र कृषि विकास योजना के तहत किसानों को वितरण के लिए उच्च अनुसूची वाले बीजों का उत्पादन करने वाले जम्मू क्षेत्र के सबसे बड़े फार्म में से एक है। खेत में 200 एकड़ जमीन पर जय, आलू, सरसों और कई अन्य फसलें भी उगाई जाती हैं।
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