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भारत दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह पूरी तरह दिखा रहा है : योगी आदित्यनाथ

आरक्षित ने सोमवार को पर्यावरण, वन एवं वन परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव के साथ यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्मारक सम्मेलन-2023 का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ”विकास की आज है, लेकिन पर्यावरण और प्रकृति के प्रति दायित्वों से भी हम मुक्त नहीं हो सकते।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह दिखा रहा है। आरक्षित ने सोमवार को पर्यावरण, वन एवं वन परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव के साथ यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दो दिवसीय राष्ट्रीय स्मारक सम्मेलन-2023 का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ”विकास की आज है, लेकिन पर्यावरण और प्रकृति के प्रति दायित्वों से भी हम मुक्त नहीं हो सकते।”

ज़ोखब है कि राष्ट्रीय वसीयतनामा सम्मेलन-2023 का आयोजन भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जीवीकरण परिवर्तन मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण, वन एवं जीवीकरण परिवर्तन विभाग द्वारा सम्मिलित रूप से किया गया है। महात्मा ने लोगों को सावधान करते हुए कहा, ”मनुष्य ने अपनी स्वार्थों की परछाई के लिए प्रकृति का अति दोहन करके जिन दुष्परिणामों को संकेत दिया है, आज हम सब उसके भुक्तभोगी बन रहे हैं।” उन्‍होंने कहा, ”जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। विगत वर्षों में असमय अतिवृष्टि के रूप में हम सबने इसके दुष्परिणामों को देखा है।”

उन्‍होंने कहा कि भारत की परंपरा हमेशा से पर्यावरण हितैषी रही है और उत्तर प्रदेश में लगातार इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 35 करोड़ सैन्य संयंत्र लगाएंगे। वियतनामी मंत्री ने कहा कि 2017 के बाद से अब तक प्रदेश में 133 करोड़ संयंत्र लगाने का कार्य हुआ है। यही कारण है कि आज प्रदेश की जनता में भी पर्यावरण को लेकर सकारात्मक निर्माण हुआ है। खाते ने दो दिवसीय सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण का निर्माण हुआ है और आज हम 100 साल से पुराने वृक्षों को विरासत वृक्षारोपण के रूप में मान्यता देकर उनका संरक्षण कर रहे हैं। उन्नीस ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई पेड़ हैं, जिनके नीचे के पड़ोसी क्रांतिकारियों ने देश की आजादी की रणनीति तय की है। इस अवसर पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्पों को पूरा करते हुए योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भारत का ‘विकास इंजन’ बन रहा है। यादव ने कहा कि यहां आयोजित सम्मेलन का दो दिवसीय आयोजन पर्यावरण के क्षेत्र में मीलों का पत्थर बना हुआ है।

मोटोमंत्री की प्रशंसा करते हुए केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के वन्य व प्रकृति प्रेम होने और उनकी गतिविधियों के कारण राज्य के रानीपुर अभयारण्य को पिछले वर्ष देश के बाघ अभयारण्य में शामिल किया गया। उन्नी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बाघ अभयारण्य की संख्या तीन हो गई है, इसमें दुधवा, पीलीभीत और रानीपुर शामिल हैं। यादव ने कहा कि गंगा और शिवालिक क्षेत्र के बाघ अभयारण्य में बाघों की संख्या वर्ष 2018 में 646 थी, लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह अब बढ़कर 804 हो गया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के शीर्ष एथेनॉल उत्पादकों को राज्य होने के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनका नेतृत्व उत्तर प्रदेश में ‘उत्तम प्रदेश’ बन रहा है।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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