यदि आप भी एनल सेक्स करती हैं या इसे आजमाने की सोच रही हैं, तो आप सभी नहीं हैं। एनल सेक्स के अलावा कई लोग वैजिनल सेक्स को पसंद करते हैं। हालांकि, यह अभी तक एक टैबू के रूप में देखा जाता है, लेकिन यह किसी प्रकार से भी एक टैबू नहीं है। यह एक व्यक्तिगत पसंद है। यदि कोई एनल सेक्स बांधता है और उनके पार्टनर इसके लिए सहमत हैं, तो इसे इंजॉय करना कहीं से भी गलत नहीं है। एनल सेक्स (गुदा मैथुन) से जुड़ी जानकारी के ब्रोग इसमें हिस्सा लेना आपके लिए परेशान कर सकता है।
यह वैजिनल सेक्स (योनि सेक्स) की तुलना में ज्यादा पेनफुल होता है। इसलिए सेफ एनल सेक्स (गुदा मैथुन) से जुड़ी सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। तो आज हम आपको अन्य सेफ एनल सेक्स इंटरकोर्स (गुदा मैथुन को सुरक्षित कैसे बनाएं) से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स।
यहां सेफ एनल सेक्स के लिए कुछ जरूरी टिप्स हैं
डॉक्टर समीक्षक के संस्थापक और गायन गायक तान्यांद्र ने एनल सेक्स को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। तो एनल सेक्स करने से पहले इन बातों को भूलकर भी न देखें।
1. सुरक्षा के बिना भूलकर भी न करें एनल सेक्स
एनल सेक्स करने के लिए सबसे जरूरी सुरक्षा का इस्तेमाल करना है। कई बार लोग यह प्रोटेक्शन को स्किप करने की कोशिश करते हैं कि एनल सेक्स से प्रेग्नेंसी नहीं होती। हालांकि, यह सच है कि एनल सेक्स से आप प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं। लेकिन एसटीआई (एसटीआई) यानी कि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन का शिकार निश्चित रूप से हो सकता है। वैजिनल सेक्स की तुलना में एनल सेक्स में एसटीआई का खतरा बहुत अधिक होता है।
एनस में कई हानिकारक बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। यदि ये सीधे लिंग की त्वचा के संपर्क में आते हैं तो आपको इंफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही एनस की स्किन लाइनिंग काफी पतली होती है और यह आसानी से उभर सकती है।
2. गति को जितना हो सके उतना घिमा प्राप्त करें
एनल सेक्स की तुलना कभी भी वैजिनल सेक्स से न करें। इसे करते समय अपनी गति जितनी अधिक हो उतनी धीमी रखने का प्रयास करें। साथ ही बीच-बीच में कुछ सेकंड का गैप लेना भी जरूरी है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है अपने अभिनय से बातचीत करते रहना। ताकि यदि उन्हें अनकम्फर टेबल महसूस हो या दर्द हो तो वह आपको पर्याप्त बताएं। डॉक्टर के अनुसार यदि आप एनल सेक्स में फ्रिकवेंसी को काफी तेज रश करते हैं, तो ऐसे में आपके एनस और पेनिस दोनों में इंजरी आ सकती है।
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3. लुब्रिकेशन सबसे जरूरी है
यदि आप एनल सेक्स कर रहे हैं, तो आपको इस बात का पता होना चाहिए कि वैजाइना की तरह एनस किसी प्रकार का ल्यूकेंट प्रोड्यूसर नहीं करता है। ऐसे में अगर आप बिना ल्यूब के इंटरकोर्स कर रहे हैं, तो पेनिस और एनस दोनों में चोट लग सकती है। यदि किसी की बाहरी या सामान्य त्वचा छिल जाती है, तो यह गंभीर इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इसलिए हमेशा एनल सेक्स की पहली पोटेंशियल मात्रा में लुक्रेंट का इस्तेमाल करना जरूरी है। यह एनल इंटरकोर्स को स्मथ और पेन फ्री बनाने में मदद करेगा।
4. कभी भी एक साथ न करें एनल और वेजाइनल सेक्स
कई बार लोग एक ही समय में वही कंडोम एनल सेक्स करते हुए वेजाइनल इंटरकोर्स भी शुरू कर देते हैं। परंतु आपको बताएं कि यह काफी खतरनाक हो सकता है। यह आपका शाकाहारी स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। रेक्टम में प्राकृतिक रूप से समय-समय पर मौजूद होता है। ऐसे में एनल सेक्स करते हुए कंडोम पर कई सारे बैक्टीरिया और जर्म्स आ जाते हैं और जब ऐसी स्थिति में वेजाइनल इंटरकोर्स होता है, तो बैक्टीरिया वेजाइना में प्रवेश कर जाता है। यह आपके लिए परेशानियां खा सकता है। यूटीआई की समस्या, ब्लैडर इन्फेक्शन, इचिंग आदि होना आम है। इसलिए कभी-कभी एक्साइटमेंट में एनल और वेजाइनल सेक्स को मिक्स न करें।
5. फ्रिक्वेंट एनल सेक्स का कारण बन सकता है
वजाइना की तरह एनस की स्किन फ्लेक्सिबल नहीं होती। द अमेरिकन जर्नल ऑफ़ स्टेटिकेंटोलॉजी द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यदि कोई महिला अमूमन एनल सेक्स में भाग लेती है, तो वह कुछ समय बाद मल असंयम (मल असंयम) का शिकार हो सकती है। इस समस्या में उनके लिए बॉवेल मूवमेंट को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इसकी वजह से काफी सारी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इस बात का ध्यान रखें और यदि एनल से इंजॉय करना चाहते हैं तो 1 या 2 महीने में एक बार इसे इंजॉय कर सकते हैं।
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