

प्रभासाक्षी
सैटेलाइट इमेज चीनी साजिश का खुलासा करती हैं नजर आ रही हैं। ड्रोन फाइटर जेट्स, अर्ली वार्निंग सिस्टम को चीनी एयरबेस पर स्थापित किया गया है। अब आइए सैटेलाइट इमेज के आधार पर चीनी तैयार लोगों को लेकर जा रहे दावों को और छोटे-छोटे विस्तार से समझते हैं।
तवांग में झड़पों के बाद चीन में अपने करतूतों से बजाज नहीं आ रहा है। चीन ने अपने एयरबेस पर बड़े-बड़े हथियार जाम किए हैं। अमेरिकी वेबसाइट वॉर जोन ने चीनी तैयारियों को लेकर बड़ा दावा किया है। सैटेलाइट इमेज चीनी साजिश का खुलासा करती हैं नजर आ रही हैं। ड्रोन फाइटर जेट्स, अर्ली वार्निंग सिस्टम को चीनी एयरबेस पर स्थापित किया गया है। अब आइए सैटेलाइट इमेज के आधार पर चीनी तैयार लोगों को लेकर जा रहे दावों को और छोटे-छोटे विस्तार से समझते हैं।
11 दिसंबर 2022 की सैटेलाइट इमेज चीनी एयरबेस में ईडब्ल्यूबीसी एयरक्रॉफ्ट पर नजर आ रही है। फाइटर ईयू और सी एयरक्रॉफ्ट भी नजर आ रहे हैं। इसके अलावा तस्वीरों में कई ड्रोन भी नजर आ रहे हैं। इसके अलावा ड्रोन का आंदोलन भी हुआ है और हैंगर में ये नजर आ रहे हैं। यानी हर तरह के अत्याधुक हथियार शिगात्से एयरबेस पर तैनात किए गए हैं। आपको बता दें कि शीगत्से एयरबेस भारतीय सीमा के काफी करीब है। ये तिब्बत के दूसरे सबसे बड़े शहर शीगत्से में पड़ता है।
सैटेलाइट तस्वीरों में चीन के नापाक मंसूबों की झलक साफ नजर आ रही है। तस्वीरों के आधार पर यूएस की वेबसाइट ने दावा किया है कि शीगात्से पर चीन के फाइटर जेट्स, ड्रोन, रिफुरर्स, अर्ली वॉर्निंग और अन्य कई अनुपातों की पुनरावृत्ति हुई है। एलएसी की दूसरी तरफ चीनी सेना की जो तैयारियां हैं, उनसे उसकी जंग की मंशा चलती है।
हमारा नवीनतम डाउनलिंक भारत के साथ सीमा के पास तिब्बत में चीन के शिगात्से हवाई अड्डे पर मानव रहित विमानों और अन्य विमानन गतिविधियों में एक प्रमुख वृद्धि प्रतीत होता है। यह हाल ही में सीमा पर नई झड़पों के रूप में सामने आया है: pic.twitter.com/SiWhD1Uonl
– युद्ध क्षेत्र (@thewarzonewire) 13 दिसंबर, 2022
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