
हिमंत बिस्वा सरमा
दिल्ली के अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए असम के टास्क हिमंत बिस्वा सरमा ने आम आदमी पार्टी (आप) के कमिश्नर से मां कामाख्या की धरती पर झूठ बोलना बंद करने को कहा। बीजेपी नेता की प्रतिक्रिया यह प्रतिक्रिया की ओर से रविवार को गुवाहाटी में एक रैली को संदेश देने के बाद आई है, जिसमें उन्होंने रोजगार सहित कई मुद्दों पर असम के लिए आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने दिल्ली में युवाओं को लगभग 12 लाख रोजगार प्रदान किए हैं कर रहे हैं।
सरमा ने कहा, “दिल्ली के काम कैसे शेखी बघारते हैं कि वे दिल्ली में नौकरी करने वाले बेरोजगारों को 12 लाख नौकरी दी हैं, जबकि दिल्ली सरकार के तहत बेरोजगार कुल पद लगभग 1.5 लाख हैं।” उन्होंने कहा, चूंकि मां कामाख्या की भूमि पर झूठ बोलना आम तौर पर पाप माना जाता है, मैं दिल्ली के श्री से ऐसा नहीं करने का अनुरोध करता हूं।
पंजाब में सवालपत्र लीक होने पर स्मार्टफोन का दावा
असम के आश्चर्य ने यह भी कहा, “यह सबसे आश्चर्यजनक था जब चार्जर ने दावा किया कि पंजाब में कोई प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है। या तो वह झूठ बोल रहे हैं या वह अज्ञानी हैं।” बता दें कि कुछ हफ्ते पहले पंजाब में 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी गई थी, क्योंकि एक प्रश्नपत्र लीक हो गया था। सरमा ने अपने दिल्ली प्रतिपक्ष को ‘कायर’ का दावा करते हुए कहा, चार्जर ने आज दिल्ली विधानसभा के अंदर मुझ पर आरोप लगाया कि मनगढ़ंत भ्रष्टाचार के झूठ को उजागर नहीं किया, क्योंकि उनकी बंटी अंतरात्मा उन्हें झूठ बोलकर काम नहीं करने देगी।
ये भी पढ़ें-
इन दिनों कैसा रहेगा मौसम का मिजाज? आंधी-तूफान और बारिश के साथ ओले गिरेंगे, पढ़ें ताजा मौसम अपडेट
सीतापुर में निकाय चुनाव से पहले भारी बवाल, जमकर हुई जबरदस्त, भीड़ ने पुलिस पर किए पथराव
दिल्ली का सबसे ज्यादा बहाना ‘झोपड़ी’ है: सरमा
असम के विवरण ने कहा कि वह दिल्ली सरकार के तहत 12.5 लाख वारंट दर्ज करने को तोड़ने के लिए शेयरधारक को पत्र लिखेंगे। दिल्ली के काम पर ध्यानते हुए सरमा ने कहा कि वह केजरीवाल की एक कप चाय की पेशकश को स्वीकार करने के बाद आप प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे विकास परियोजना की जांच करने के लिए दिल्ली जाएंगे।
असम के हेल्प ने कहा, “मैंने चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली की सबसे ज्यादा चौकी ‘झोपड़ी’ देखी है। दिल्ली की तुलना में हमारा असम स्वर्ग है। दिल्ली में लगभग 60 प्रतिशत लोग नरक में हैं। कुछ भी नहीं, पानी या बिजली की सुविधा भी नहीं।” असम के प्रत्युत्तर ने अपने दिल्ली समकक्ष को उनके प्रश्नों के 10 दिनों के भीतर लिखित में जवाब देने की चुनौती भी दी।
function loadFacebookScript(){
!function (f, b, e, v, n, t, s) {
if (f.fbq)
return;
n = f.fbq = function () {
n.callMethod ? n.callMethod.apply(n, arguments) : n.queue.push(arguments);
};
if (!f._fbq)
f._fbq = n;
n.push = n;
n.loaded = !0;
n.version = ‘2.0’;
n.queue = [];
t = b.createElement(e);
t.async = !0;
t.src = v;
s = b.getElementsByTagName(e)[0];
s.parentNode.insertBefore(t, s);
}(window, document, ‘script’, ‘//connect.facebook.net/en_US/fbevents.js’);
fbq(‘init’, ‘1684841475119151’);
fbq(‘track’, “PageView”);
}
window.addEventListener(‘load’, (event) => {
setTimeout(function(){
loadFacebookScript();
}, 7000);
});