लेटेस्ट न्यूज़

क्राइम न्यूज: नकली ACB अधिकारी बनकर हड़प के लिए 50 हजार रुपये , फिर ऐसे चढ़ा हत्थे, जानिए पूरा मामला

रिपोर्ट:दूसरा बिश्नोई
नागौर।
जंगल में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक ठग ने ACB के नाम पर ही ठगी कर ली. दस ठग ने पिछले दिनों बिगखाटू में नागौर एसीबी द्वारा ट्रेप किए गए पटवारी ओमलाइट के भाई को ठगी का शिकार बनाया। रिश्वतखोर पटवारी का बचाव करने के नाम पर 50 हजार रुपए हड़प के लिए। फर्जी एसीबी का अधिकारी बनकर 50 हजार रुपए हड़पने के मामले में घटना रामनिवास को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस तरह बिछाया ठगी का जाल
मामले के अनुसार 28 मार्च को नेमीचंद ने मामला दर्ज किया था कि छोटे भाई ओमलाइट पटवारी के शत्रु नागौर एसीबी टीम द्वारा ट्रेप की कार्रवाई की गई थी। जिसके बाद 27 मार्च की दोपहर सांवरा राम बांगड़ा के मोबाइल से उनके पास एक फोन आया। जिसमें कहा गया है कि एसीबी नागौर से कोई अधिकारी आया है, जो आपसे अपेक्षा चाह रहा है। जिसके बाद ढाणी से गांव गए तो एक व्यक्ति सांवरराम के घर के सामने उनसे बातें कर रहा था। इशारा करते ही वो गांव से बाहर एक चौकी पर चला गया। वहां बिना नंबरी स्कूटी पर एक व्यक्ति मिला और बताया कि वो एससीबी नागौर का कर्मचारी सुरेंद्र है और आपके भाई की ट्रेप एक्शन में मदद करेगा। यह भी दावा किया गया है कि देखता वृत्त सुशीला विश्नोई से पूरे देश का मामला है। इसकी एवज में 50 हजार रुपए की व्यवस्था कर फोन-पे करना होगा।

बातों में आया और 50 हजार कैश दिए
ठग रामनिवास बिछाए गए जाल में नेमीचंद फंस गया और अपने भाई को बचाने की एवज में 50 हजार रुपये की व्यवस्था करके कैश दे दिया। इसलिए ही नहीं और रुपये की व्यवस्था करके उसे भी बोला गया। एससीजे नहीं ठग ने अधिकारियों के रूप में रुतबा दिखाने का पूरा प्रयास किया और कहा कि आपके भाई की जमानत होते ही आप दोनों भाई सांवर राम बांगड़ा को निश्चित रूप से सलाम करके जाना जाना चाहिए।

फिर ACB ने घोटालों और दबोचा
50 हजार रुपए लेने के बाद 28 मार्च की शाम चार बजे ठग रामनिवास का फिर से फोन आया और उसने कहा कि वो एसीबी ऑफिस नागौर में ही है और पास के चाय के ढ़ाबे पर खड़ा है। उसने 30 हजार रुपये की व्यवस्था करने को कहा। साथ ही भाई को आशंका से मुक्त आशंका की बात कहते हैं। किसी ने भी धमकी दी है कि इस बारे में किसी को बताएगा कि वो नुकसान कर देगा। ये सब होने के बाद पीड़ित नेमीचंद नागौर एसीबी से संपर्क किया तो पता चला कि इस तरह का कोई व्यक्ति नागौर एसीबी में नहीं है, तब नेमीचंद ने नागौर एसीबी की सीआई सुशीला बिश्नोई को सारी सच्चाई बताई। जिसके बाद एसीबी ने जाल बिछाकर देगाना निवासी ठग रामनिवास को दबोच लिया और बड़ी खातून पुलिस को पकड़ लिया।

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज न्यूज, सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज वेबसाइट News18 हिंदी|

पहले प्रकाशित : 31 मार्च, 2023, 13:42 IST

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page