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एक निजी अमेरिकी साइबर सुरक्षा फर्म ने बृहस्पतिवार को एक नई रिपोर्ट में यह बात कही। रिपोर्ट में हैकिंग ग्रुप का नाम ‘रेडगॉल्फ’ बताया गया है। वहीं, अन्य सुरक्षा दस्तावेजों पर एपीटी 41 और बेरियम नाम के टैग का उल्लेख किया गया है।
अमेरिका सरकार के कंप्यूटरों पर आक्षेप से एक चीनी हैकिंग समूह अभी भी अत्यधिक सक्रिय है और ऐसी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो रणनीतिक हित के हो सकते हैं। समूह अनुचित: चीन सरकार सोचती है। एक निजी अमेरिकी साइबर सुरक्षा फर्म ने बृहस्पतिवार को एक नई रिपोर्ट में यह बात कही। रिपोर्ट में हैकिंग ग्रुप का नाम ‘रेडगॉल्फ’ बताया गया है। वहीं, अन्य सुरक्षा दस्तावेजों पर एपीटी 41 और बेरियम नाम के टैग का उल्लेख किया गया है।
मैसाचुसेट्स आधारित साइबर सुरक्षा कंपनी ‘रिकॉर्डेड भविष्य’ के जोखिम अनुसंधान प्रभाग- इंसिक्ट फर्मों के नीतिगत विभाग के निदेशक जॉन कोंड्रा ने कहा कि ये हैकिंग या तो समान हैं या बहुत भीतर से आप जुड़े हुए हैं। एपीटी 41 और बेरियम की गतिविधियों से जुड़ी पिछली रिपोर्ट और हमलों में सक्रिय लक्षित की निगरानी के क्रम में इंसिक्ट समूह ने कहा कि उसने डोमेन और स्कीमा के एक समूह की पहचान की है जिसके पिछले दो वर्षों में रेडगॉल्फ द्वारा कई अभियानों में उपयोग किया गया जाने की अत्यधिक संभावना है।
कोंड्रा ने एसोसिएटेड प्रेस के सवालों के जवाब में ईमेल में कहा, हम मानते हैं कि यह गतिविधि वित्तीय लाभ के बजाय खुफिया उद्देश्यों के लिए जा रही है। चीन के विदेश मंत्रालय ने झूठ से इनकार करते हुए कहा कि इस कंपनी ने एक से अधिक बार तथाकथित चीनी हैकर हमलों पर गलत जानकारी दी है और उसके आरोप निराधार हैं। चीनी अधिकारियों ने स्टेट हैकिंग का आरोप लगाते हुए किसी भी आरोप से लगातार इनकार किया है और वे कह रहे हैं कि चीन खुद साइबर हमलों का पता लगा रहा है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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