हिमाचल समाचार: हिमाचल प्रदेश के भागीदार सुखविंदर सिंह सुक्खू (सुखविंदर सिंह सुक्खू) के नेतृत्व वाली सरकार हर विधानसभा के लिए राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोल रही है। हिमाचल प्रदेश के बजट के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजीव गांधी की बोर्डिंग स्कूल के लिए मैदान का चयन पूरा हो गया है। साथ ही संबंधित नौ विधानसभा क्षेत्रों में शिक्षा विभाग का नाम भी अटका हुआ है।
नौ विधानसभा क्षेत्रों में शिक्षा विभाग का नाम आया
राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल के लिए इंदौरा, जसवां परागपुर, पालमपुर, किन्नौर, हरोली, कुटलैहड़, गगरेट और बड़सर में भूमि शिक्षा विभाग का नाम अटका हुआ है। शिक्षा मंत्री ने सदन में बताया कि यह कांग्रेस सरकार की प्रमुख योजना है। इसके माध्यम से प्रदेश भर में छात्र-छात्राओं को जुड़ी शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा मंत्री ठाकुर ने बताया कि यह स्कूल एसडीएम कार्यालय से 4-5 किलोमीटर के दायरे में शुरू कर देंगे।
राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल कांसेप्ट क्या है
प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल का कंसेप्ट स्पष्ट करने की बात कही। साथ ही उन्होंने अटल आदर्श विद्यालय योजना को लेकर भी सरकार से सवाल पूछे। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पूछा कि क्या सरकार ने पूर्व सरकार के सपने को शुरू किया आदर्श अटल आदर्श विद्यालय योजना को बंद कर दिया है?
सरकार नहीं बदल रही किसी योजना का नाम- सीएम सुक्खू
इस पर श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जवाब दिया कि उनकी सरकार का नाम बदलने में कोई विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर शुरू की गई योजनाओं को बंद नहीं किया जाएगा। यह सरकार की नई योजना है। इसमें 50 बीघा भूमि पर राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाए रखेंगे। जहां सरकारी भूमि की असीमित नहीं होगी, निजी वहां भूमि खरीद कर भी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि इन सरकारी स्कूलों में 12 से 15 बीघा में खेल का मैदान बनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मनोरंजक शिक्षा उपलब्ध करवाना है।
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