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अनिल कपूर के साथ किया एक्ट्रेस ने किया रोमांस, फिल्म हुई फ्लॉप, अगली ही फिल्म में करना पड़ा ‘मां’ का रोल

नई दिल्ली। पहले पर्दे तक पहुंचने वाले हर एक की एक ही कोशिश होती है कि वो कुछ ऐसे लोगों के द‍िलों में उतरे कि फि‍र छा जाएं। लेकिन ऑडियंस का प्यार क‍िसे ‘स्‍टार’ बनता है और क‍िसे ‘साइड एक्‍टर’ बनने को मजबूर करता है, ये रहस्य ऑडियंस से बेहतर कोई नहीं जानता। ऐसी ही एक एक्ट्रेस की कहानी हम आपको जा रहे हैं, जीने की शुरुआत में करियर की शुरुआत करते हुए अनिल कपूर (अनिल कपूर) के साथ फिल्म की लेकिन किसमत का पासा कुछ ऐसा पलटा कि अगली ही फिल्म से ये एक्ट्रेस ‘मां’ के रोल करने लगी। ये एक्ट्रेस हैं बीना बनर्जी (बीना बनर्जी), जिन्हें बीना के नाम से जाना जाता है। बीना आज भी टीवी और फिल्मों की दुनिया में काम कर रही हैं। बीना ने 80 व 90 के दशक में कई एक्टर्स की मां का रोल किया है।

फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में भी बीना थे
बीना हिंदी सिनेमा की दुनिया में कोई अजनबी नहीं थे। वो पुराने जमाने के प्रज्ञा एक्‍टर प्रदीप कुमार (प्रदीप कुमार) की बेटी हैं। अपनी खूबसूरत आंखों और मासूम चेहरे की शुरुआत से ही उन्ही हीरोइनों के रोल मिले। बीना ने 200 से ज्‍यादा हिंदी फिल्‍मों में काम किया है और ज्‍यादातर फिल्‍मों में वह मां या भाभी के किरदार में नजर आईं। बीना ने अपने करियर की शुरुआत 1977 में यश चौपड़ा की फिल्म ‘दूसरा आदमी’ से की थी। अगले ही साल वो राज कपूर की ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में भी नजर आईं। लेकिन इस फिल्म का सारा फोकस जीनत अमान ले गए और बीना पर किसी की नजर नहीं पड़ी।

‘रचना’ की लीड एक्ट्रेस बनीं बीना
1979 में आई थी फिल्म ‘शिक्षा’, जिस में बीना का अहम किरदार था। लेकिन इस फिल्म की रिलीज बहुत ठंडी रही। फिल्म 1980 में आई फिल्म ‘दिलावाले दुलहनिया ले जाएंगे’ की लीड एक्ट्रेस भी बीना ही थीं। लेकिन ये फिल्म भी फ्लॉप रही और 3 साल तक इनकी कोई फिल्म नहीं आई। फिर 1983 में बीना के लीड रोल फिल्म में ‘रचना’ की। इस फिल्म का नाम भी बीना के किरदार पर ही था। एक्ट्रेस को इस फिल्म से बहुत उम्मीदें थीं।

बीना, घने सागर के प्रज्ञा एक्‍टर प्रदीप कुमार की बेटी हैं।

इस फिल्म में कपूर अनिल कपूर उनके हीरो थे। ‘रचना’ की कहानी भावुक कर देने वाली थी, जैसी में वो काफी मौलिक और आकर्षक लगी थीं। लेकिन ये फिल्म बॉक्‍स ऑफिस पर इतनी खराब हुई कि ज्‍यादातर सिनेमाघरों ने 1 हफ्ते में ही इस फिल्‍म को हटा दिया। 1983 में आई ‘रचना’ में जो बीना हीरोइन बनी थीं, इस फिल्म के फ्लॉप होते ही उसी साल आई दूसरी फिल्म ‘लवर्स’ में बीना एक्‍टर कुमार गौरव की मां के किरदार में नजर आईं। ये पहली फिल्म थी, जैसे में वो ‘मां’ के रोल में नजर आई।

बीना इसके बाद ‘मेरी जंग’, ‘कर्मा’, ‘कयामत से कयामत तक’, ‘जख्‍मी औरत’, ‘चांदनी’, ‘बागी’, ‘सौगंध’, ‘खुदा गवाह’, ‘पहचान’, ‘अंजाम’, ‘ जिद्दी’ जैसी कई फिल्मों में नजर आई हैं। हिंदी फिल्मों के अलावा एक्ट्रेस बंगाली फिल्मों में भी खूब नजर आती हैं।

टैग: अनिल कपूर, एंटरटेनमेंट थ्रोबैक

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