छत्तीसगढ़

80 दिनों में 97 नक्सलियों का खात्मा, बस्तर में तेजी से खत्म हो रहा लाल आतंक

UNITED NEWS OF ASIA. बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 14 महिला माओवादियों समेत 26 वर्दीधारी नक्सली मारे गए। पुलिस ने इस ऑपरेशन में नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य सामग्रियां बरामद की हैं। इस मुठभेड़ में डीआरजी बीजापुर के जवान राजूराम ओयाम शहीद हो गए।

मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम

खुफिया जानकारी के आधार पर पश्चिम बस्तर डिवीजन और दरभा डिवीजन के हथियारबंद माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, एसटीएफ, सुकमा डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने 20 मार्च की सुबह 7 बजे बीजापुर के अंडरी जंगल में नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया। यह मुठभेड़ पूरे दिन रुक-रुक कर चलती रही।

18 इनामी नक्सलियों की हुई शिनाख्त

मुठभेड़ में मारे गए 26 माओवादियों में से 18 नक्सलियों की पहचान हो चुकी है। इनमें से कई बड़े कमांडर शामिल थे, जिन पर कुल 93 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

  • सीतो कड़ती – (डीवीसीएम, पश्चिम बस्तर डिवीजन) ₹8 लाख
  • सुकई हपका, सुक्की पूनेम, कांती लेकाम, मधु कुंजाम, सुखराम ओयाम (एरिया कमेटी मेंबर – ACM) ₹5 लाख प्रत्येक
  • कोसी पूनेम, वागा, बुधरू पूनेम (प्लाटून पार्टी कमेटी मेंबर – PPCM) ₹5 लाख प्रत्येक
  • आयते हेमला, लच्छी पूनेम, जुगनी, सरिता, नंदा, जितेंद्र, मोटू पोड़ियामी, लखमा ओयाम, मंगू ओयाम (PLGA प्लाटून मेंबर) ₹5 लाख प्रत्येक

बरामद हथियारों का जखीरा

सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से AK-47, स्नाइपर एसएलआर, इंसास राइफल, 303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, बीजीएल लॉन्चर सहित भारी मात्रा में गोलाबारूद, विस्फोटक, माओवादी साहित्य, रेडियो, दवाइयां और दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त की।

80 दिनों में 97 नक्सलियों का सफाया

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार, इस साल के पहले 80 दिनों में कुल 97 हार्डकोर माओवादी मारे गए हैं, जिनमें से 82 अकेले बीजापुर जिले में मारे गए। उन्होंने नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने और सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की।

नक्सलियों में बढ़ रही अंदरूनी कलह

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माओवादी संगठनों में अंदरूनी कलह और अविश्वास बढ़ रहा है। वे एक-दूसरे पर संदेह कर रहे हैं और संगठन कमजोर पड़ता जा रहा है। सुरक्षा बलों के लगातार अभियानों और विकास कार्यों की गति बढ़ने से माओवाद का प्रभाव तेजी से खत्म हो रहा है

शहीद जवान को श्रद्धांजलि

मुठभेड़ में शहीद हुए डीआरजी जवान राजूराम ओयाम को बीजापुर जिला मुख्यालय में 21 मार्च को शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई।

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