



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
UNITED NEWS OF ASIA. बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में 14 महिला माओवादियों समेत 26 वर्दीधारी नक्सली मारे गए। पुलिस ने इस ऑपरेशन में नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और अन्य सामग्रियां बरामद की हैं। इस मुठभेड़ में डीआरजी बीजापुर के जवान राजूराम ओयाम शहीद हो गए।
खुफिया जानकारी के आधार पर पश्चिम बस्तर डिवीजन और दरभा डिवीजन के हथियारबंद माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद डीआरजी, बस्तर फाइटर्स, एसटीएफ, सुकमा डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने 20 मार्च की सुबह 7 बजे बीजापुर के अंडरी जंगल में नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया। यह मुठभेड़ पूरे दिन रुक-रुक कर चलती रही।
मुठभेड़ में मारे गए 26 माओवादियों में से 18 नक्सलियों की पहचान हो चुकी है। इनमें से कई बड़े कमांडर शामिल थे, जिन पर कुल 93 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से AK-47, स्नाइपर एसएलआर, इंसास राइफल, 303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, बीजीएल लॉन्चर सहित भारी मात्रा में गोलाबारूद, विस्फोटक, माओवादी साहित्य, रेडियो, दवाइयां और दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त की।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. के अनुसार, इस साल के पहले 80 दिनों में कुल 97 हार्डकोर माओवादी मारे गए हैं, जिनमें से 82 अकेले बीजापुर जिले में मारे गए। उन्होंने नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने और सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माओवादी संगठनों में अंदरूनी कलह और अविश्वास बढ़ रहा है। वे एक-दूसरे पर संदेह कर रहे हैं और संगठन कमजोर पड़ता जा रहा है। सुरक्षा बलों के लगातार अभियानों और विकास कार्यों की गति बढ़ने से माओवाद का प्रभाव तेजी से खत्म हो रहा है।
मुठभेड़ में शहीद हुए डीआरजी जवान राजूराम ओयाम को बीजापुर जिला मुख्यालय में 21 मार्च को शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई।
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन जारी, सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता! 🚨
You cannot copy content of this page