
UNITED NEWS OF ASIA. अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने एक महिला की जान ले ली। बसंतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भलोईझोर में एक 58 वर्षीय महिला शरीर में दर्द की शिकायत लेकर इलाज कराने गई थी। डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगाया, जिसके तुरंत बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में आक्रोश का माहौल है और परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इलाज के नाम पर लापरवाही ने ली जान
मृतिका लक्ष्मीनिया (58 वर्ष) के परिजनों के अनुसार, मंगलवार शाम करीब 4 बजे उसे शरीर में तेज दर्द की शिकायत थी। परिजन उसे गांव के झोलाछाप डॉक्टर विनोद वर्मा के पास ले गए। डॉक्टर ने बिना किसी जांच के उसे एक इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। घबराए परिजनों ने उसे तुरंत अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर लगाए गंभीर आरोप
मृतिका के परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर के पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है, फिर भी वह लंबे समय से गांव में इलाज कर रहा था। बिना किसी जांच के इंजेक्शन लगाना महिला की मौत का कारण बना। परिजनों ने पुलिस से आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी डॉक्टर फरार
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर की तलाश शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने भी इस मामले में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गांव में दहशत का माहौल
इस घटना के बाद गांव के लोग डरे हुए हैं। लोगों का कहना है कि गांव में बिना किसी मेडिकल डिग्री के इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस मामले ने स्वास्थ्य व्यवस्था और अवैध रूप से इलाज करने वाले डॉक्टरों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं।













