UNITED NEWS OF ASIA. भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय, नई दिल्ली के अंतर्गत सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में “रोल ऑफ म्यूजियम इन स्कूल एजुकेशन” विषय पर छत्तीसगढ़ राज्य के अलग अलग जिलों से 8 शिक्षकों का चयन किया गया, जिसमे से रायपुर जिले के धरसीवा विकासखंड से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खदान क्षेत्र, मठपुरैना से अब्दुल आसिफ खान ने प्रतिनिधित्व किया।
इस प्रशिक्षण कार्यशाला में देश के कुल 19 राज्यों के 120 शिक्षक शामिल हुए। इनमें छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले से अब्दुल आसिफ खान के साथ कबीरधाम से प्रियंका बाजपेयी, कोरबा जिले से नरेन्द्र चंद्रा व राकेश कुमार कौशिक, मानपुर मोहला से रश्मि सोनी, बलरामपुर से प्रियंका तिवारी और बेमेतरा से प्रतिभा साहू और दुर्ग से कुलदीप वर्मा का चयन किया गया था
इस कार्यशाला में संग्रहालय की स्थापना, महत्व, रखरखाव, उसका इतिहास, शिक्षा में उसकी उपयोगिता, विद्यालय में सांस्कृतिक क्लब की स्थापना, स्कूल में म्यूजियम कार्नर निर्माण का बारीकी से अध्ययन किया। सभी प्रतिभागियों को सालार जंग म्यूजियम, स्टेट आर्किओलॉजिकल म्यूजियम, शिल्पग्राम के आर्ट, क्राफ्ट व कल्चर को दिखाया गया।
सांस्कृतिक स्रोत व प्रशिक्षण केंद्र माधापुर, हाई टेक सिटी हैदराबाद के कार्यशाला में इतिहासविद, पुरातत्वविद, पूर्व प्रोफेसर और एससीईआरटी आंध्रप्रदेश के पूर्व डायरेक्टर डॉ. एन उपेंद्र रेड्डी, सीसीआरटी हैदराबाद के सलाहकार श्री वाय. चंद्रशेखर और फील्ड ऑफिसर व प्रसिद्ध भरत नाट्यम नृत्यांगना श्रीमती सौंदर्या कौशि द्वारा सफलता पूर्ण प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र और प्रशिक्षण किट प्रदान किया गया।
सभी शिक्षकों ने राज्य की संस्कृति, सभ्यता और समरसता को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ और जिले का प्रतिनिधित्व कर नाम रोशन किया।